डीएनए हिंदी: चीन के एक कपल ने घूसखोरी और भ्रष्टाचार के दम पर एक द्वीप 'खरीद' लिया. इस कपल की कोशिश थी कि वे इसे अपना देश बना लें और चैन से रहें. तमाम कोशिशों के बावजूद उनका यह भ्रष्टाचार उजागर हो गया है. अमेरिका में इसका मुकदमा चल रहा है. मार्शल आइलैंड को 1979 में आजादी मिली थी. अमेरिका अपने सुरक्षा गठजोड़ के साथ यहां कायम है लेकिन चीन भी इस द्वीप समूह पर अपना दावा मजबूत करने की कोशिशों में लगा हुआ है. ऐसे में चीनी नागरिकों की इस कोशिश को शक की निगाह से देखा जा रहा है.

आरोप है कि इस कपल (केरी यान और जिना झाऊ) ने मार्शल आइलैंड की सरकार में शामिल कुछ सांसदों को खरीदने की कोशिश की. अमेरिका की विपक्षी पार्टियों ने इस बारे में कई बार सवाल भी उठाए हैं लेकिन मार्शल आइलैंड की सरकार ने इसपर कोई जवाब नहीं दिया है. अब केरी और जिना के खिलाफ मार्शल आइलैंड्स की संप्रभुता को नुकसान पहुंचाने का केस चल रहा है.

यह भी पढ़ें- 'Twitter ने कंपनी में रखे थे भारत सरकार के एजेंट'- पूर्व सिक्योरिटी ऑफिसर के दावों ने मचाई सनसनी

मार्शल आइलैंड्स के सांसदों को जमकर खिलाए पैसे
केरी और जिना के खिलाफ दायर की गई चार्जशीट के मुताबिक, इन दोनों ने कुछ सांसदों को एक बिल के समर्थन में वोट डालने के लिए घूस दी थी. इन लोगों को 7 से 22 हजार डॉलर तक दिए गए. कहा जाता है कि इन्हीं दोनों की वजह से मार्शल आइलैंड्स में साल 2018 और 2020 में सेमी ऑटोनॉमस रीजन के गठन पर चर्चा शुरू हुई थी. हालांकि, इन दोनों को साल 2020 में थाईलैंड में गिरफ्तार कर लिया गया था. पिछले हफ्ते ही उन्हें अमेरिका लाया गया है. 

रिपोर्ट के मुताबिक, ये दोनों न्यूयॉर्क में एक एनजीओ चलाते थे. इसी के ज़रिए दोनों ने मार्शल आइलैंड्स के अधिकारियों से संपर्क साधा और उन्हें घूस खिलाई. दरअसल, अमेरिका ने 1950 में इस द्वीप पर हाइड्रोजन बम की टेस्टिंग की थी और उसके बाद से ही यह खाली पड़ा था. केरी और जिना की कोशिश थी कि कानूनों में बदलाव करके बाहरी लोगों के आने पर लगी पाबंदी हटा दी जाए. इसी मिशन के तहत इन लोगों आइलैंड के छह सांसदों के साथ उठना-बैठना शुरू कर दिया.

यह भी पढ़ें- Muscat में एयर इंडिया के प्लेन के इंजन में लगी आग, होते-होते बचा बड़ा हादसा, सभी यात्री सुरक्षित

जिन सांसदों से केरी और जिना ने संपर्क साधा और उन्हें घूस खिलाई उन्हीं लोगों ने 2018 सेमी ऑटोनॉमस रीजन वाला बिल पेस किया. हालांकि, उस समय मार्शल आइलैंड की राष्ट्रपति रहीं हिल्दा हिन ने इसका विरोध किया और यह बिल पास नहीं हो पाया. 2019 में हिल्दा चुनाव हार गईं. 2020 में एक प्रस्ताव पारित करके सेमी ऑटोनॉमस रीजन के गठन के लिए नए बिल का रास्ता साफ कर दिया गया.

देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगलफ़ेसबुकट्विटर और इंस्टाग्राम पर.

Url Title
chinese couple tried to buy mini state in marshall islands here is how
Short Title
चीनी कपल ने घूस देकर की 'देश' खरीदने की कोशिश, समझें क्या है द्वीप कब्जाने का यह
Article Type
Language
Hindi
Created by
Updated by
Published by
Page views
1
Embargo
Off
Image
Image
चीनी नागरिकों ने जमकर दी रिश्वत
Caption

चीनी नागरिकों ने जमकर दी रिश्वत

Date updated
Date published
Home Title

चीनी कपल ने घूस देकर की 'देश' खरीदने की कोशिश, समझें क्या है द्वीप कब्जाने का यह मामला