Joe biden का सफर: अमेरिका के राष्ट्रपति Joe Biden ने खुद को राष्ट्रपति के रेस से बाहर करते हुए चुनाव न लड़ने का फैसला लिया है. बाइडन के इस फैसले ने तमाम अटकलों पर आखिरकार विराम लगा दिया है. उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लेटर शेयर कर राष्ट्रपति चुनाव नहीं लड़ने के अपने फैसले की जानकारी दी है.
अब अमेरिका में इस साल होने वाले राष्ट्रपति के चुनाव में नया मोड आ गया है. जो बाइडन अमेरिकी राजनीति में करीब पांच दशकों से सक्रिय थे. राष्ट्रपति बनने का सपना संजोये बाइडन का सफर डेलावेयर से शुरू होता है. बाइडन अभी तक अमेरका के सबसे उम्रदराज राष्ट्रपति थे.
पूर्व डेलावेयर सीनेटर जो बाइडन को 2008 में राष्ट्रपति बराक ओबामा के कार्यकाल में 47वें अमेरिकी उपराष्ट्रपति चुना गया था और 2012 में फिर से निर्वाचित किया गया. इसके बाद वह 2020 में डेमोक्रेटिक राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के रूप में बढ़त बनाए हुए थे. उन्होंने राष्ट्रपति बनने की पहली कोशिश 1988 के चुनाव में की थी.
हालांकि उस समय उन्हें साहित्यिक चोरी के आरोप में पीछे हटना पड़ा था फिर उन्होंने दूसरी बार 2008 में चुनाव लड़ा. वह ओबामा के कार्यकाल में 2008 से 2016 तक दो बार उपराष्ट्रपति भी रह चुके हैं. 1972 में बाइडन सीनेट के लिए चुने गए सबसे कम उम्र के लोगों में से एक थे.
दूसरी तरफ बाइडन पारिवारिक मुश्किलों से भी जूझ रहे थे. इसी समय उनकी पत्नी की कार एक्सीडेंट में मोत हो गई थी. जबकि उनके बेटे हंटर और ब्यू गंभीर रूप से घायल हो गए थे. बाइडन अपने बेटों को देखने के लिए विलमिंगटन और वॉशिंगटन डीसी के बीच रोजाना एमट्रैक ट्रेन से सफर करते थे.
बाइडन की तीन बड़ी प्राथिमकताएं हैं जिनमें हेल्थ केयर से जुड़े ढांचे का विस्तार करना, शिक्षा में ज्यादा निवेश करना और सहयोगी देशों के साथ संबंधों को नई दिशा देना शामिल है.
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Joe biden का सफर: डेलावेयर से वाशिंगटन तक, जानें सबसे युवा सीनेटर से सबसे उम्रदराज राष्ट्रपति बनने की कहानी