त्रिपुरा की राजधानी अगरतला स्थिति बांग्लादेश के सहायक उच्चायोग परिसर में सोमवार को कुछ लोगों ने घुसपैठ करते हुए तोड़फोड़ की थी. इस मामले में बांग्लादेश के विदेश मंत्रालय ने ढाका में भारतीय उच्चायुक्त प्रणय वर्मा को मंगलवार को तलब किया. इस घटना को लेकर उन्होंने नाराजगी जताई और कार्रवाई करने की मांग की. भारत ने इस घटना पर खेद जताया और कहा कि किसी भी परिस्थिति में वाणिज्य दूतावासों को निशाना नहीं बनाने दिया जाएगा.
बांग्लादेश विदेश मामलों के सलाहकार तौहीद हुसैन ने बताया, ‘भारतीय उच्चायुक्त प्रणय वर्मा को बुलाया गया. कार्यवाहक विदेश सचिव रियाज हमीदुल्ला ने भारतीय उच्चायुक्त को तलब किया. वर्मा को अगरतला में बांग्लादेशी राजनयिक मिशन में हुई तोड़फोड़ की घटना पर विरोध दर्ज करने के लिए बुलाया गया.
अगरतला हमले को लेकर यूनुस सरकार ने साधा निशाना
बांग्लादेश की अंतिरम सरकार ने अगरतला में उनके राजनयिक मिशन में हुई तोड़फोड़ की घटना को भारत की नाकामी बताया. कानूनी मामलों के सलाहकार आसिफ नजरुल ने एक फेसबुक पोस्ट में लिखा, ‘हम समानता और परस्पर सम्मान आधारित मित्रता में यकीन रखते हैं. शेख हसीना सरकार ने चुनावों के बिना सत्ता में बने रहने के लिए भारत समर्थक नीति का पालन किया, लेकिन भारत को यह समझना चाहिए कि यह शेख हसीना का बांग्लादेश नहीं है.’
नौकरियों में आरक्षण से जुड़े विवाद बांग्लादेश में हिंसा भड़क उठी थी, जिसके बाद प्रधानमंत्री शेख हसीना को 5 अगस्त को कुर्सी गंवानी पड़ी और भारत चली आईं. तीन दिन बाद, नोबेल पुरस्कार विजेता मुहम्मद यूनुस ने अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार के रूप में कार्यभार संभाला.
हिंदू संत चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ्तारी और बांग्लादेश में हिंदू समुदाय पर हमलों के विरोध में, पूर्वोत्तर के राज्य त्रिपुरा की राजधानी अगरतला में सोमवार को हजारों की संख्या में लोगों ने व्यापक प्रदर्शन किया. प्रदर्शनकारी बांग्लादेश के सहायक उच्चायोग में कथित तौर पर घुस गए और कथित तौर पर तोड़फोड़ की.
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बांग्लादेश ने भारत के राजदूत को किया तलब, डिप्टी हाई कमीशन में हुई तोड़फोड़ मामले में जताया विरोध