डीएनए हिंदी: भारत-चीन के बीच जारी सीमा विवाद (India-China Border Dispute) थमता नजर नहीं आ रहा है. चीन ने अपनी नीतियों से यह साफ कर दिया है कि सीमाई क्षेत्रों में सैन्य अतिक्रमण जारी रहेगा और सैन्य हस्तक्षेप से पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (People's Liberation Army) अपने विस्तारवादी सोच से पीछे नहीं हटेगी. चीन के विस्तारवादी रवैये का ही विस्तार है, एक नए कानून का गठन, जिसके जरिए सीमा पर तैनात जवानों को चीन ने अतिरिक्त शक्तियां देने वाला एक नया कानून पास किया है.
चीन ने अपनी सीमाओं की सुरक्षा के लिए एक कानून बनाया है, जिसमें सेना को सीमांत प्रदेशों की सुरक्षा और सीमाई इलाकों के दोहन के असीमित अधिकार दिए गए हैं. यह कानून 1 जनवरी 2022 में लागू होगा और सेना की ताकत, बढ़ जाएगी. चीन का मकसद अपने इस कानून के जरिए सुरक्षा और संप्रभुता को मजबूत करना है. चीन के नए कानून के में यह साफ इशारा किया गया है कि चीनी गणराज्य की संप्रभुता पवित्र और अखंड है. चीन की सरकारी न्यूज एजेंसी सिन्हुआ ने इस बात की जानकारी दी है.
रिपोर्ट्स के मुताबिक चीन का नया कानून कहता है कि राज्य देश की सीमाओं की सुरक्षा के लिए प्रयत्नशील रहेगा और क्षेत्रीय संप्रभुता की रक्षा के लिए किसी भी चुनौती से निपटने के लिए तैयार भी रहेगा. क्षेत्रीय संप्रभुता पर होने वाले हमले और सीमाओं की सुरक्षा के लिए देश, उचित कदम उठाएगा. आदेश में यह भी कहा गया है कि चीन, सीमा सुरक्षा के लिए मजबूत उपाय अपनाएगा. सीमाई क्षेत्रों में आर्थिक और सामाजिक विकास को बढ़ावा देगा. चीन का इशारा साफ है कि सीमाई क्षेत्रों में अब चीन अपने निर्माण बढ़ाएगा और उन्हें मजबूत सैन्य गढ़ बनाने की कोशिश करेगा.
सीमाई इलाकों में चीन बढ़ाएगा सैन्य निर्माण
चीन इन क्षेत्रों में सार्वजनिक सेवाओं और बुनियादी सेवाओं को और बेहतर करेगा. चीन सीमाई इलाकों में रहने वाले लोगों का सार्वजनिक जीवन और काम, दोनों सुधारेगा. चीन अपने इस नए कानून के जरिए ऐसे इलाकों में सीमा सुरक्षा, समाजिक और आर्थिक सुरक्षा को बढ़ावा देने वाली गतिविधियों को बढ़ावा देगा. चीन का नया कानून यही कहता है. जाहिर है कि चीन इन्हीं क्षेत्रों में अपने सैन्य निर्माण को गति देगा, जिससे भारत पर दबाव बढ़ाया जा सके.
भारतीय इलाकों में बढ़ेगी चीनी घुसपैठ!
भारत और चीन का सीमा विवाद, सबसे ज्यादा लंबा है, ऐसे में भविष्य में तकरार और बढ़ने की आशंका है. भारत के लिए चिंताजनक बात यह है कि चीन ने अपने नए कानून में कहा है कि आक्रमण, अतिक्रमण, उकसावे और अन्य कृत्यों को रोकने, रोकने और मुकाबला करने के लिए, चीनी सेना, सैन्य अभ्यास आयोजित करेगी और सीमा कर्तव्यों का पालन करेगी.
सीमाओं के पास मजबूत गांव बसाएगा चीन!
चीन का नया कानून यह भी कहता है कि अब, सीमाई क्षेत्रों में चीन निर्माण बढ़ाएगा, सुविधाओं का इन क्षेत्रों में विकास किया जाएगा और वहीं निर्माण को मजबूती देने की भी कोशिश की जाएगी. चीन का नया कानून, भारत के लिए कई मामलों में चिंता बढ़ाने वाला है. नए कानून के मुताबिक चीन ने हाल के वर्षों में भारतीय सीमा से सटे इलाकों में अपनी दखलंदाजी बढ़ाई है. चीन ने सीमाई इलाकों में अपनी पैठ मजबूत करने के लिए तेजी से निर्माण किया है.
रोड से लेकर बुलेट ट्रेन दौड़ा रहा चीन!
चीन ने भारतीय सीमा वाले क्षेत्रों में वायु सेवाओं से लेकर रोड और रेलवे नेटवर्क तक का विस्तार किया है. चीन ने भारत से सटे सीमाई क्षेत्रों में बड़ी संख्या में गांव भी बसाया है. तिब्बत के सीमांत इलाकों में भी चीन ने बुलेट ट्रेन पहुंचा दी है, जिससे उसकी सेना और हथियार बड़ी तादाद में पहुंच सकें. चीन की नई बुलेट ट्रेन न्यांगची शहर तक दौड़ती है जो अरुणाचल प्रदेश के बेहद करीब है. ऐसी स्थिति में भारत पर लगातार दबाव बढ़ता जा रहा है कि लगातार आ रही चुनौतियों से किस तरह से निपटने की कोशिश की जाए.
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