Who is Racheal Kaur: हम लोग कई बार सुपर मॉम (Super Mom) की बात करते हैं. वैसे तो हर भारतीय गृहिणी सुपर मॉम है, जो अपने परिवार के लिए रोजाना सुबह से देर रात तक हर पल काम में जुटी रहती है. लेकिन हम आपको एक ऐसी भारतीय महिला के बारे में बता रहे हैं, जिसने सच में खुद को सुपर मॉम साबित कर दिया है. हम बात कर रहे हैं भारतीय मूल की रचेल कौर के बारे में, जो ऑफिस की तरफ से वर्क फ्रॉम होम नहीं मिलने पर अपने बच्चों की देखभाल करने के लिए दो शहरों के बीच डेली पैसेंजर बन गईं हैं. अमू्मन आपने डेली पैसेंजर का मतलब ऐसे लोगों से लगाया होगा, जो दो शहरों के बीच कार, बस या ट्रेन से रोजाना सफर करते हैं, लेकिन रचेल इनमें बेहद खास हैं. दरअसल रचेल रोजाना ऑफिस पहुंचने के लिए हवाई जहाज से दो शहरों के बीच एकतरफ से करीब 400 किलोमीटर और दोनों तरफ से 800 किलोमीटर का सफर तय करती हैं.
रोजाना सुबह 4 बजे उठकर ऑफिस निकलती हैं रचेल
रचेल कौर एयरलाइंस कंपनी एयरएशिया (AirAsia) के फाइनेंस ऑपरेशंस डिपार्टमेंट में असिस्टेंट मैनेजर हैं. वे मलेशिया के पेनांग (Penang) शहर में रहती हैं और उनका ऑफिस सेपांग (Sepang) शहर में है. इन दोनों शहरों के बीच की दूरी (Penang to Sepang Distance) करीब 398 किलोमीटर है. वे रोजाना सुबह 4 बजे उठती हैं और 5.55 बजे की फ्लाइट पकड़कर पेनांग से सेपांग पहुंचती हैं. उनकी फ्लाइट करीब 30 से 40 मिनट में 400 किलोमीटर का सफर तय करती है, जिससे वे 7.45 बजे तक अपने ऑफिस पहुंच जाती हैं औस शाम को 7.30 बजे पेनांग वापस लौट आती हैं.
बच्चों को रोजाना अपने सामने बड़े होते हुए देखना चाहती हैं रचेल
रचेल ने पहले कुआलालंपुर में किराये पर घर ले रखा था और वह केवल वीकेंड में एक बार अपने परिवार से मिलने पेनांग आती थी, लेकिन अपने बच्चों के 11 और 12 साल का होने पर उन्होंने डेली पैसेंजर बनने का निर्णय लिया. उन्होंने पहले ऑफिस से वर्क फ्रॉम होम (WFH) लेने की कोशिश की, लेकिन इसमें सफलता नहीं मिली. तब उन्होंने रोजाना फ्लाइट से ऑफिस आना-जाना शुरू कर दिया. CNA Insider की रिपोर्ट के मुताबिक, रचेल ने उन्हें दिए इंटरव्यू में कहा कि वे अपने बच्चों को मां के तौर पर अपने सामने बड़ा होते हुए देखना चाहती हूं. इतना लंबा सफर करके मैं रोजाना अपने घर पहुंच जाती हूं और हर रात उनसे मिलती हूं. उन्होंने कहा,'मैं अब अपने बच्चों की लास्ट मिनट होमवर्क में मदद कर सकती हूं. आप बच्चों को जानते हैं, उनके पास हमेशा कुछ न कुछ लास्ट मिनट के लिए बचा होता है.'
फेस्टिव सीजन में होती है फ्लाइट से सफर में परेशानी
रचेल कौर को हालांकि फेस्टिव सीजन में कई बार फ्लाइट में सीट हासिल करने में परेशानी होती है. उन्होंने कहा,'वे दिन थोड़ा चैलेंजिंग होते हैं. आपको इस बात की चिंता होती है कि आप उस फ्लाइट में सवार होंगे या नहीं. लेकिन आखिरकार, मैं घर जाती हूं, इसलिए यह कोई समस्या नहीं है'
रोजाना फ्लाइट से सफर, फिर भी पहले से ज्यादा बचत
रोजाना फ्लाइट से सफर करने के बावजूद रचेल को कुआलालंपुर में रहने के मुकाबले यह ज्यादा बचत देता है. कुआलालंपुर में किराये का घर औसतन RM1400 (24,000 रुपये) से RM1500 (26,000 रुपये) प्रतिमाह में मिलता है. रचेल को एयरएशिया स्टाफ होने के कारण फ्लाइट टिकट में डिस्काउंट मिलता है, जिसके चलते उन्हें पूरे महीने के फ्लाइट टिकट पर RM1100 (करीब 19,250 रुपये) ही खर्च करने पड़ते हैं. इतना ही नहीं कुआलालंपुर में रहने पर उन्हें RM600 (10,500 रुपये) लगते थे, जो घटकर RM300 (5,250 रुपये) ही रह गया. इस हिसाब से उन्हें कुआलालंपुर में ना रहकर पेनांग से अप-डाउन करने में हर महीने RM700 (करीब 12,250 रुपये) की बचत होती है.
ख़बर की और जानकारी के लिए डाउनलोड करें DNA App, अपनी राय और अपने इलाके की खबर देने के लिए जुड़ें हमारे गूगल, फेसबुक, x, इंस्टाग्राम, यूट्यूब और वॉट्सऐप कम्युनिटी से.
- Log in to post comments

Indian Super Mom, जो रोजाना 400 किमी उड़कर फ्लाइट से जाती हैं ऑफिस