इसके साथ ही वह ग्वालियर के मेला ग्राउंड में जनसभा को संबोधित भी करेंगे. इसके बाद वह ग्वालियर के शाही महल जयविलास पैलेस में करीब डेढ़ घंटे तक रुकेंगे. अमित शाह जयविलास पैलेस की मराठा गैलरी का लोकार्पण भी करेंगे जिसके बाद इसे पर्यटकों के लिए खोल दिया जाएगा. अमित शाह के इस जयविलास पैलेस में घूमने और यहां पर शाही भोज के लिए बहुत अच्छी व्यवस्था की गई है. चलिए आपको बताते हैं इस शाही जयविलास पैलेस की कुछ खासियत के बारे में...
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सिंधिया राजघराने के इस शाही जयविलास पैलेस में मराठा गैलरी बनाई गई है. इस मराठा गैलरी में सिंधिया राजवंश के साथ-साथ कई मराठा वीरों की गाथाओं से जुड़े चित्र लगाए गए हैं. इस मराठा गैलरी में छत्रपति शिवाजी, वीरांगना रानी लक्ष्मीबाई, लोकमाता अहिल्या बाई और कई वीरों की गाथाएं और उनके चित्र लगाए गए हैं. मराठा गैलरी में हिंदी, मराठी और अंग्रेजी में इन चित्रों के बारे में जानकारी दी गई है.
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यह पूरा महल करीब 40 एकड़ यानी करीब 12 लाख स्क्वायर फीट में फैला हुआ है. इसे मराठा राजा श्रीमंत जयाजी राव सिंधिया ने 1874 में बनवाया था. इसका निर्माण सर माइकल फिलोसे ने किया था.
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इस पैलेस को बनाने में उस वक्त 1 करोड़ रुपये का खर्च आया था लेकिन अब इस पैलेस की कीमत करीब 4 हजार करोड़ रुपए है. इस शाही जयविलास पैलेस में सिंधिया राजघराने का एंटीक सामान भी रखा हुआ है इनमें लग्जरी कार, उस समय के हथियार, शानदार पेंटिंग और भी बहुत कुछ है.
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इन झूमरों को लगाने से पहले महल की छत की मजबूती देखने के लिए करीब 7 दिनों तक 10 हाथियों को छत पर चढाए रखा था. जयविलास पैलेस के दरबार हॉल में लगे 3,500 किलो के दो झूमर बहुत ही शानदार और आकर्षक है.
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महल में 400 कमरे हैं. इनमें से ज्योतिरादित्य के पिता माधव राव सिंधिया का एक विशेष कक्ष है. उनका यह खास कमरा आज भी उनके नाम से ही संरक्षित है. इस कमरे का आर्किटेक्चर माधव राव की पसंद से किया गया था जो कि बहुत ही एंटीक है. इस पैलेस में चांदी की रेल भी बहुत ही खास चीजों में से एक है जो कि डाइनिंग टेबल पर है. यह चांदी की रेल बहुत खास दावतों में मेहमानों के सामने ड्रिंक्स सर्व करती है.