एक व्यक्ति का अपनी बेटी को गोद में लेकर गाड़ी चलाना मुसीबत बन गया. इंटरनेट पर वीडियो वायरल है जिसने सोशल मीडिया यूजर्स को आग बबूला कर दिया है. X यूजर - अश्विन रजनेश एमडी द्वारा शेयर की गई 30 सेकंड की क्लिप को 4 लाख से ज्यादा बार देखा गया है और तमाम बातें करते हुए इंटरनेट के कई वर्गों ने वीडियो में दिख रहे व्यक्ति को 'गैर-जिम्मेदार' कहा है. वायरल वीडियो में गाड़ी चलाते व्यक्ति को अपनी बेटी के साथ खेलते हुए देखा जा सकता है.
रजनेश ने अपने पोस्ट के कैप्शन में कहा कि दुर्घटना की स्थिति में 'बच्ची की खोपड़ी 320 किमी/घंटा की रफ्तार से 6-8 इंच तक व्यक्ति के सीने में घुस जाएगी, जिससे दोनों की तुरंत मौत हो जाएगी'.
Looks adorable.
— Ashwin Rajenesh MD (@ashwinrajenesh) July 25, 2024
But in the event of a frontal collision and subsequent airbag deployment, the infant's skull would be accelerated at ~320km/hr 6-8 inches into the man's thoracic cage, killing both instantly.
Indian parents need a harsh reality check.pic.twitter.com/1KnhIDDwF5
वीडियो पोस्ट करते हुए रजनेश ने कहा कि, भारतीय माता-पिता को कठोर रियलिटी चेक की आवश्यकता है. सोशल मीडिया यूजर्स ने इस तरह के व्यवहार से जुड़े गंभीर जोखिमों पर चिंता व्यक्त की, और ये भी बताया कि घातक दुर्घटना की स्थिति में क्या होगा?
I'm sure that this dad loves his daughter dearly, and I really wish to believe that this dangerous indulgence of child endangerment was a singular lapse of his better judgement. Hoping he & other parents can realise the potential dangers involved in such practices, and do better.
— Ashwin Rajenesh MD (@ashwinrajenesh) July 25, 2024
अपने पोस्ट में रजनेश ने आगे ये भी कहा कि, 'मुझे यकीन है कि यह पिता अपनी बेटी से बहुत प्यार करता है, और मैं यह मानना चाहता हूं कि बच्चे को खतरे में डालने की यह खतरनाक हरकत उसके बेहतर निर्णय की एक चूक थी. उम्मीद है कि वह और अन्य माता-पिता इस तरह की प्रथाओं में शामिल संभावित खतरों को समझ सकते हैं, और बेहतर कर सकते हैं.'
Clear signs that your don’t value your child’s life as previously as you should
— Apoorv Jain (@apoorvjain_1988) July 25, 2024
रजनेश के इस पोस्ट पर प्रतिक्रियाओं की झड़ी लग गई है. वीडियो देखकर यूजर्स का यही कहना है कि वीडियो में दिख रहे शख्स के अंदर विवेक की कमी है. व्यक्ति नहीं जानता कि कैसे उसकी ये हरकत उसकी बेटी की जान लो जोखिम में डाल सकती है.
A sudden brake can cause serious damage.
— JD (@jillsdaniel) July 25, 2024
Once in my teen, my cousin's toddler was sitting on my lap in front seat. Car jumped into a large pothole & I heard a loud bang, which I thought was from the bottom of the car.
It was the sound of my niece's head banging on the dash 😞
गौरतलब है कि भारत में, केंद्रीय मोटर वाहन नियम, 1989, विशेष रूप से नियम 138(3) के अनुसार, यह आवश्यक है कि 14 वर्ष से कम आयु के बच्चों को सीट बेल्ट या चाइल्ड सीट का उपयोग करके ठीक से बैठाया जाए और उन्हें नियंत्रित किया जाए.
ध्यान रहे मोटर वाहन अधिनियम, 1988 के तहत वाहन चलाते समय बच्चों को माता-पिता की गोद में बैठाना प्रतिबंधित है. इस अधिनियम में यह अनिवार्य किया गया है कि बच्चों सहित सभी यात्रियों को वाहन में उचित रूप से नियंत्रित किया जाना चाहिए.
ख़बर की और जानकारी के लिए डाउनलोड करें DNA App, अपनी राय और अपने इलाके की खबर देने के लिए जुड़ें हमारे गूगल, फेसबुक, x, इंस्टाग्राम, यूट्यूब और वॉट्सऐप कम्युनिटी से.
- Log in to post comments
बेटी को गोद में बैठाकर कार चलाना पड़ा पापा को भारी, सोशल मीडिया हुआ बेदर्द, कुछ ऐसे की धुनाई