Covishield बनाने वाली कंपनी एस्ट्राजेनेका द्वारा यूके की अदालत में वैक्सीन के साइड इफेक्ट्स की बात कबूलना भर था. पूरे देश में घमासान मच गया है. लोगों की असमय मौत का दोषी Covishield को माना जा रहा है. टॉपिक X पर ट्रेंड कर रहा है. तो वहीं फेसबुक पर लोग मामले के मद्देनजर लंबे लंबे पोस्ट लिख सरकार और पीएम मोदी को घेरने का काम करते हुए नजर आ रहे हैं. इसी बीच एक खबर और सुर्खियों में है. कोविड वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट से पीएम नरेंद्र मोदी की तस्वीर को हटा दिया गया है.
ध्यान रहे कोरोना के दौर में टीकाकरण करवाने के बाद केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा सर्टिफिकेट जारी किए गए थे, जिस पर प्रधानमंत्री मोदी की तस्वीर होती थी. तस्वीर में 'साथ मिलकर भारत कोरोना को परास्त कर देगा कैप्शन था. जिक्र वर्तमान का हो तो ये कैप्शन तो अब भी सर्टिफिकेट में मौजूद है लेकिन अब उसमें प्रधानमंत्री मोदी की तस्वीर नहीं है.
जैसा कि हम ऊपर ही बता चुके हैं मामले को सोशल मीडिया पर एक बड़े मुद्दे की तरह पेश किया जा रहा है. X पर @sandeep_PT नाम के शख्स ने एक ट्वीट किया है. अपने ट्वीट में संदीप ने लिखा है, 'मोदी जी अब कोविड वैक्सीन सर्टिफिकेट पर नजर नहीं आ रहे हैं. इसे चेक करने के लिए अभी वैक्सीन सर्टिफिकेट डाउनलोड किया, उनकी तस्वीर इस पर से गायब हो चुकी है.'
Modi ji no more visible on Covid Vaccine certificates
— Sandeep Manudhane (@sandeep_PT) May 1, 2024
Just downloaded to check - yes, his pic is gone 😂#Covishield #vaccineSideEffects #Nomorepicture #CovidVaccines pic.twitter.com/nvvnI9ZqvC
संदीप के इस ट्वीट के बाद X पर फिर बहस तेज हो गई है लोग एक से दूसरे से सवाल कर रहे हैं कि पीएम मोदी की तस्वीर को कोविड सर्टिफिकेट से आखिर क्यों हटाया गया ? ऐसा बिल्कुल नहीं है कि ये सवाल सिर्फ X पर ही गूंज रहा है. हमारे आस पास भी तमाम लोग ऐसे हैं जो एक दूसरे से इस सवाल को पूछते नजर आ रहे हैं.
केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय को सर्टिफिकेट से तस्वीर क्यों हटानी पड़ी? इसकी एक बड़ी वजह है लोकसभा चुनाव. ध्यान रहे कि लोकसभा चुनावों को लेकर आदर्श आचार संहिता लागू है. ऐसे में प्रधानमंत्री की तस्वीर को पार्टी के प्रचार बचाने के उद्देश्य से ऐसा किया गया है. माना जा रहा है कि चुनाव खत्म होने के बाद पीएम मोदी की तस्वीर दोबारा सर्टिफिकेट पर आ जाएगी.
Indeed it is due to Model Code Of Conduct. One of ECI's small victories for level playing field. ECI ordered removal AFTER complaints by other parties.
— Sandeep Manudhane (@sandeep_PT) May 1, 2024
1) Complaint - https://t.co/eP2YTzZ0ek
2) ECI then acts - https://t.co/5C8izWiBXN
गौरतलब है कि ये ऐसा पहली बार नहीं हुआ है. 2022 में गोवा, मणिपुर, उत्तराखंड, पंजाब और उत्तर प्रदेश समेत कई राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव के दौरान भी प्रधानमंत्री की तस्वीर सर्टिफिकेट से हटा दी गई थी. तब ऐसा करने का निर्देश स्वयं चुनाव आयोग ने दिया था.
Sir, expect you to not mislead people.
— Ajay Rotti (@ajayrotti) May 1, 2024
This has nothing to do with what you are hinting at. It is due to model code of conduct and ECI guidelines. In all poll bound states the photo was removed even in the past.
In fact in the past other parties have petitioned ECI to have it… pic.twitter.com/c8LbomnvZM
बहरहाल विवाद का विषय क्योंकि कोविशील्ड और एस्ट्राजेनेका हैं इसलिए इतना तो तह है कि विपक्ष को पीएम को घेरने का एक बड़ा मुद्दा मिला है. विपक्ष इस मामले को लेकर कैसे मौके पर चौका जड़ता है इसका फैसला वक़्त करेगा.
- Log in to post comments
Covishield Controversy : कोविड सर्टिफिकेट से पीएम की तस्वीर हटने का मुद्दा पहुंचा X पर, लोगों ने कही ऐसी बातें