Eyesight: आंखों की रोशनी हो रही है कमजोर? रात में सोने से पहले दूध में मिलाकर पिएं ये 2 चीजें, उतर जाएगा पावर वाला चश्मा

Milk With Saunf And Mishri: अगर आपकी आंखों की रोशनी कमजोर हो रही है तो रोज रात में सोने से पहले दूध में ये 2 चीजें मिलाकर पिएं, इससे आपकी आंखों की रोशनी बढ़ेगी और बीमारियां दूर भागेंगी...

आंखों को कमजोर बना सकती हैं डेली रूटीन की ये आदतें, Clear Eyesight के लिए न करें ये गलती

Poor Eyesight Causes: लाइफस्टाइल की कई बुरी आदतों के चलते आंखों की रोशनी कमजोर हो सकती है. ऐसे में इन गलतियों को करने से बचना चाहिए.

Glaucoma Symptoms: क्या है ग्लूकोमा? आंखों की रोशनी छीन अंधा बना सकती है ये बीमारी, लक्षण दिखते ही कराएं जांच

Glaucoma Awareness Month: दुनियाभर में बढ़ती आंखों की समस्या और अंधेपन का एक कारण ग्लूकोमा को माना जाता है, ये समस्या लोगों में तेजी से बढ़ रही है. आइए जानते हैं क्या हैं इसके लक्षण और बचाव के उपाय..

Tips To Increase Eyesight: धुंधली होती नजर को रोकने और आंखों की रोशनी बढ़ाने के लिए फॉलो करें ये 5 टिप्स, उतर जाएगा चश्मा

Tips To Increase Eyesight: मोबाइल फोन और लैपटॉप स्क्रीन पर घंटों काम करने की वजह से भी आंखों की सेहत पर असर पड़ता है. इन तरीकों से आंखों की देखभाल कर सकते हैं.

Cholesterol Causes: शरीर में जमा कोलेस्ट्रॉल छीन सकती है आंखों की रोशनी, इन लक्षणों को न करें इग्नोर

Cholesterol Symptoms: शरीर में कोलेस्ट्रॉल लेवल बढ़ने का बुरा असर आंखों पर भी नजर आने लगता है. इससे आंखों की रोशनी कमजोर होती है.

Weak Eyesight Symptoms: ये लक्षण बताते हैं कमजोर हो चुकी हैं आंखें, तुरंत बढ़ाएं इन 5 चीजों का सेवन 

Weak Eyesight Symptoms: अगर आपको ये 5 लक्षण नजर आएं तो समझ लीजिए आपकी आंखों की रौशनी कमजोर हो गई है. ऐसे में डाइट में इन चीजों को शामिल ज़रूर करें...

Weak Eyesight Causes: 5 आदतें जो खराब करती हैं आंखें, रोशनी बढ़ानें के लिए करें ये काम

Weak Eyesight Causes: डेली रूटीन की कई आदतें होती है जो आंखों के कमजोर होने का कारण बन सकती हैं. ऐसे में आपको इन हैबिट्स को छोड़ देना चाहिए.

Brain Tumor Symptoms: नॉर्मल नहीं कम उम्र में बालों का सफेद होना, इस भयंकर बीमारी का हो सकता है संकेत

अगर आपके बाल कम उम्र में ही सफेद होने लगे हैं, तो यह इस गंभीर बीमारी का संकेत हो सकता है. ऐसे में समय रहते इन लक्षणों की पहचान कर इलाज शुरू करना जरूरी है.