बैंक़ॉक का सेक्स उद्योग और एक घुमक्कड़ की डायरी
इस समय जब अपने यात्रा संस्मरण की यह डायरी लिख रहा हूं तो इस देश में सूर्योदय हो गया है. यह एक खूबसूरत, यौवनसम्पन्न और सेक्सी हवाई अड्डा लगता है. जो अपने पर नियंत्राण किये रहता है, वह भी यहां आकर अपनी मर्यादा भंग कर सकता है. काम का प्रताप ही ऐसा होता है, इसके सामने राम के पिता और अयोध्या के राजा दशरथ की भी नहीं चली थी.
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