प्रभात रंजन ने अनुवाद को बताया विशिष्ट कर्म, कहा- साहित्य रचकर जीविका नहीं चला सकते

अनुवाद सिर्फ इसलिए नहीं करना चाहिए कि इससे आप एक बड़े पाठक वर्ग तक पहुंच जाएंगे या इससे आपको आर्थिक लाभ होगा, बल्कि इसलिए भी करना चाहिए कि आप जब किसी भी दूसरी भाषा से अपनी भाषा में अनुवाद करते हैं तो लेखक की अपनी भाषा की सीमा का विस्तार होता है.

Jharkhand Government से हिंदी-अंग्रेजी अनुवाद में हो रही गड़बड़ी, राज्यपाल ने साल भर में लौटाए पांच बिल

Jharkhand Government: एक रिपोर्ट के मुताबिक, ट्रांसलेशन की गड़बड़ियों की वजह से झारखंड के गवर्नर ने एक साल में पांच बिल वापस कर दिया है.