पहलगाम में युवाओं के जत्थे ने कहा 'आतंकवादी नहीं हैं कश्मीरी'

सुनते थे खामोशी शोर से घबराती है, खामोशी ही शोर मचाए - ये तो हद है. जीहां, पहलगाम की व्यस्त रहने वाली सड़कें अब सूनी हैं. पर्यटकों की हंसी-खुशी में शरीक रहने वाली गलियां, अब वीरान हैं. पर्यटकों की आवाजाही बंद होने से लोकल इकॉनोमी संघर्ष कर रही है. होटल, रेस्तरां और लोकल मार्केट सूने-सूने से हैं. टैक्सियां खड़ी हैं, मगर उनमें बैठने वाली सवारियां पहलगाम से दूर हैं. जिनके मन में सिर्फ पहलगाम ही नहीं, पूरे कश्मीर को लेकर फिर से एक संदेह सिर उठाने लगा है, उनके संदेह को दूर करने के लिए श्रीनगर के युवाओं का एक जत्था, पहलगाम की खामोश सड़कों पर उतरा. युवाओं का यह समूह अपनी लग्जरी कारों में सवार होकर निकला. हर कार पर एक ही मेसेज चिपका दिखा. इन स्टिकरों पर लिखा था - आतंक के खिलाफ एकजुट. इन युवाओं का मेसेज बिल्कुल साफ है. वे कहना चाहते हैं कि कोई भी आतंकवाद अब के कश्मीर को परिभाषित नहीं कर सकता. अब के दौर में कश्मीर का मतलब है - शांति, सुकून और एकजुटता. श्रीनगर से आए युवाओं के जत्थे में शामिल इम्तियाज कहते हैं कि हम कश्मीरी आतंकवादी नहीं हैं.

पहलगाम हमले के बाद कश्मीर के बजाए इन जगहों की बुकिंग करा रहे टूरिस्ट, 40 % तक बढ़ोतरी

पहलगाम आतंकी हमले के बाद कश्मीर घाटी में टूरिज्म को बड़ा झटका लगा है. टूरिस्ट लगातार बुकिंग्स को कैंसिल कर रहे हैं. अब हिमाचल में बुकिंग बढ़ गई है.

Pahalgam Attack के बाद Ramban का जायज़ा लेने पहुंचे CM Omar, Indus Water Treaty पर क्या कहा?

पहलगाम हादसे (Pahalgam Attack) के बाद सीएम उमर अब्दुल्ला (CM Omar Abdullah) रामबन (Ramban Landslide) में भूस्खलन प्रभावित क्षेत्रों का जायज़ा लेने पहुंचे. उन्होंने बताया कि जनजीवन को सुचारू रूप से चलाने के लिए क्या कदम उठाए गए हैं. इसके अलावा उन्होंने सिंधु जल समझौते (Indus Water Treaty) पर भी बात की.

आतंकी कार्रवाई के बाद दहशत में पहलगाम, सड़कों पर पसरा सन्नाटा

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है. इस रोज आतंकवादियों ने बैसरन मैदान में कई बेगुनाह टूरिस्टों की हत्या कर दी थी. आतंकवादियों की इस कार्रवाई के खिलाफ जम्मू-कश्मीर के लोग भी विरोध में उतर आए थे. लेकिन अब पहलगाम में सन्नाटा छाया हुआ है. यह वीडियो आज सुबह पहलगाम में शूट किया गया. 22 अप्रैल से पहले पहलगाम की सड़कें सैलानियों की चहल पहल से गुलजार रहा करती थीं. स्थानीय निवासियों के तमाम रोजगार चलते रहते थे. होटल का बिजनेस लगातार फल-फूल रहा था. पर आतंकवादियों की इस नापाक हरकत ने कश्मीरियों से उनका रोजगार छीन लिया. सुकून छीन लिया. उनके चेहरे की रौनक गायब हो गई है. यह सही है कि सड़कों पर जितना घना सन्नाटा पसरा है, कश्मीरियों के सीने में उससे कहीं ज्यादा तकलीफ भरी हुई है. उन्हें अफसोस है कि उनके इलाके में आतंकवादियों ने ऐसी हरकत की. उन्हें इस बात का भी दुख है कि कई निर्दोष लोगों की जान चली गई. उन्हें इस बात का क्षोभ भी है कि इससे पर्यटन को नुकसान हुआ और उनके रोजगार पर संकट आया. सच है कि सड़कों पर पसरा यह सन्नाटा पूरे देश में शोर मचा रहा है. उम्मीद की जानी चाहिए कि केंद्र और राज्य सरकारें आतंकवादियों के इस दहशत से जम्मू-कश्मीर के लोगों को निजात दिलाने में कामयाब होंगी. फिर से पहलगाम की ये सड़कें चहचहाएंगी, पर्यटकों से गुलजार होंगे यहां के होटल और दुकानें. पर्यटकों के साथ-साथ कश्मीरियों के चेहरे पर भी तैरेगी मुस्कान.

पहलगाम पीड़िता ने बयां किया आंखों देखा हाल, सुनकर कांप जाएगी रुह

सुशील नैथेनियल की पत्नी जेनिफर ने कहा कि हम वहां से लौटने ही वाले थे कि मेरे पति ने मुझसे कहा कि उन्हें वॉशरूम जाना है. जब वे वॉशरूम से बाहर आए तो अचानक तेज आवाज आई और हमने सोचा कि रोपवे टूटने की आवाज आई है लेकिन जब पलटकर देखा तो पहला आदमी दिखाई दिया जिसे गोली लगी थी. एक लड़की रो रही थी और कह रही थी कि हमें मार दिया जाए. सभी भागने लगे और इधर-उधर छिपने लगे. हम वॉशरूम के पीछे छिप गए... हम सभी भागने की कोशिश करने लगे लेकिन आतंकवादियों ने हमें ढूंढ़ लिया.

Pahalgam Terror Attack Updates: भारतीय वायु सेना का 'आक्रमण' शुरू, राफेल और Su-30s ने भरी उड़ान

पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारतीय वायुसेना ने बड़ा युद्धाभ्यास शुरू कर दिया है. वायुसेना द्वारा किए जा रहे इस युद्धाभ्यास का नाम 'आक्रमण' रखा गया है. इस युद्धाभ्यास में वायुसेना का राफेल और Su-30s लड़ाकू विमान शामिल हैं.