Lok Sabha Elections 2024: जानें कितनी होती है आपके One Vote की कीमत, हर वोट इसलिए भी है जरूरी
Lok Sabha Election Facts: 1951 में देश के पहले चुनाव में तकरीबन 17.32 करोड़ वोटर्स ने चुनाव में भाग लिया था. तब चुनाव में कुल 10.5 करोड़ रुपये का खर्च आया था, जो 2019 में बढ़कर 6600 करोड़ रुपये हो गया है.
ये है Electoral Bond की ABCD, नहीं आया है समझ तो अब समझ लीजिए
Electoral Bond योजना की घोषणा साल 2017 में हुई थी, इसका मकसद चुनाव में पार्टियों को मिलने वाले चंदे में पारदर्शिता लाना था. हालांकि 29 जनवरी 2018 को इसे मान्यता मिली थी.
Electoral Bonds का पूरा डेटा SBI ने चुनाव आयोग को सौंपा, SC में दायर हलफनामे में कही ये बात
Electoral Bonds: एसबीआई ने सुप्रीम कोर्ट में सौंपे हलफनामे में कहा कि साइबर सुरक्षा कारणों को ध्यान में रखते हुए राजनीतिक पार्टियों के बैंक खाते की पूरी संख्या और KYC का डेटा सार्वजनिक नहीं किया गया है.
DNA TV Show: इलेक्टोरल बॉन्ड के जरिए किसने कितना दिया चंदा, इसकी जानकारी देने से बच क्यों रहा SBI?
Electoral Bonds: सुप्रीम कोर्ट ने SBI से कहा, 'इलेक्टोरल बॉन्ड से जुड़ी सभी जानकारी 21 मार्च तक दें. यूनिक बॉन्ड नंबर्स का भी खुलासा करें, जिसके जरिए खरीदने वाले और भुनाने वाली राजनीतिक पार्टी के लिंक का पता चलता है.
Electoral Bond से खूब मिला चंदा, JDU ने कहा, 'हमें नहीं पता किसने दिया'
Electoral Bond Donations: इलेक्टोरल बॉन्ड के जरिए मिले चंदे के सवाल पर जनता दल यूनाइटेड और तृणमूल कांग्रेस ने कहा है कि उन्हें पता ही नहीं है कि किसने उन्हें इलेक्टोरल बॉन्ड से पैसा दिया. हालांकि, इन दोनों ही पार्टियों ने इलेक्टोरल बॉन्ड जमकर भुनाए हैं.