पढ़ें हिंदी का पहला शोकगीत लिखने वाले कवि की 5 श्रेष्ठ कविताएं
Hindi's First Elegy: 'सरोज-स्मृति' को हिंदी का पहला शोकगीत माना जाता है. निराला ने यह शोकगीत अपनी बेटी के निधन के बाद लिखा था, जो महज 19 बरस की उम्र में दुनिया से विदा हो गई थी. इस गीत में वह लिखते हैं - धन्ये, मैं पिता निरर्थक था/कुछ भी तेरे हित न कर सका!
जश्न ए उर्दू में दिखेगा रामलीला का नया अंदाज - दास्तान-ए-रामायण
Jashn-e-Urdu: 22 से 25 फरवरी तक चलने वाले इस 'जश्न-ए-उर्दू' में उर्दू में रामलीला का मंचन भी होगा. यह आयोजन दिल्ली के निजामुद्दीन के पास सुंदर नर्सरी में होना है. इसके अलावा 25 फरवरी की शाम 6:30 बजे इंडियन आइडल 10 के विजेता सिंगर सलमान अली का भी कार्यक्रम होना है.
अफवाह ऐसी फैली और लोग इतने डर गए कि गांव छोड़कर लगे भागने
Don't Spread Rumors: डरे हुए लोगों को गर्मी भी असामान्य लगती है और किसी चिड़िया के चौपाल पर उतरना भी. जबकि ये दोनों चीजें उस गांव में सामान्य हैं. गर्मी भी रोज होती रही थी और इस तरह चिड़िया भी हमेशा उतरती रही है. लेकिन डरे हुए लोगों को ये नजारे थोड़े अचरज भरे और असामान्य लगते हैं.
अफवाहों में लगे होते हैं पंख, बड़ी तेजी से अपने कब्जे में कर लेती हैं पूरा गांव
Don't Spread Rumors: रिश्तेदार इसे सुनती है और गोश्त खरीदने चली जाती है. वह कसाई से बोलती है 'एक पाउंड गोश्त दे दो या ऐसा करो कि जब गोश्त काटा ही जा रहा है तब बेहतर है कि दो पाउंड... मुझे कुछ ज्यादा दे दो, क्योंकि लोग यह कहते फिर रहे हैं कि गांव के साथ कुछ बहुत बुरा होने वाला है.'
और ऐसे फैल गई अफवाह... महिला ने देखा बुरा सपना और अनहोनी की आशंका से डर गया पूरा गांव
Don't Spread Rumors: 'गांव में कुछ बहुत बुरा होने वाला है' मार्केज की लाजवाब कहानियों में एक है. इस कहानी में उन्होंने अफवाह फैलने के सामाजिक और मनोवैज्ञानिक वजहों की अभिव्यक्ति बहुत सहज तरीके से की है. उन्होंने दिखाया है कि एक बुरे सपने की कहानी कैसे बुरा होने की आशंका में तब्दील होती है.
सोने के आधे शरीर वाला नेवला क्यों लोट रहा था पांडवों के भंडार गृह में, जानिए क्या है रहस्य
Strange Mongoose: श्रीकृष्ण ने पांडवों से कहा- ‘बंधुओं, यह सत्य है कि आपका यज्ञ अद्वितीय था, जिसमें आप लोगो ने निर्धनों को जी खोलकर दान दिया और असंख्य भूखे व्यक्तियों की भूख-शांत की, किन्तु उस परिवार का दान आपके यज्ञ से बहुत बड़ा था क्योंकि उनलोगों ने उस स्थिति में दान दिया, जब उनके पास कुछ नहीं था.
नेवले का आधा शरीर इस वजह से हो गया था सोने का, जानें महाभारत काल की यह रोचक कथा
Strange Mongoose: सोने के आधे शरीर वाले नेवले ने युधिष्ठिर को एक बेहद गरीब परिवार की कहानी सुनानी शुरू की. नेवले ने बताया कि कैसे इस परिवार ने अपनी रोटियां एक अनजान साधु की भूख मिटाने के लिए दे दिया. फिर कई दिन भूखे रहने की वजह से इस परिवार के सभी सदस्यों की मौत हो गई.
कौन था सोने के आधे शरीर वाला विचित्र नेवला? युधिष्ठर का दान-पुण्य क्यों पड़ा फीका? जानें पूरी कथा
Strange Mongoose: एक नेवला राजमहल के भंडार गृह से निकलकर धरती पर लोटने लगा. ऐसा उसने चार-पांच बार किया. यह विचित्र हरकत देख पांडवों को बड़ा आश्चर्य हुआ. धर्मराज युधिष्ठिर पशु-पक्षियों की भाषा समझते थे. वह उठे और भंडार गृह तक जाकर बोले- ‘हे नेवले, यह तुम क्या कर रहे हो? तुम्हें किस वस्तु की तलाश है?’
Online से सस्ती मिलती हैं Book Fair में किताबें, लेखकों से मिलने का भी मिलता है मौका
Online Shopping Vs Book Fair Shopping: मेले में आए पुस्तक प्रेमियों का कहना था कि यहां कई किताबें ऑनलाइन के मुकाबले सस्ती मिल जाती हैं, साथ ही साथ अपने प्रिय लेखकों से मुलाकात की भी संभावना रहती है. अगर वे मिल जाएं तो किताबों पर उनके साइन भी मिल जाते हैं. यह एक बड़ा आकर्षण होता है.
Gulzar Jnanpith Award: थोड़ा और 'गुलजार' हुआ भाषा को प्रोत्साहित करने वाला ज्ञानपीठ पुरस्कार
Gulzar Work As Lyricist: साल 2023 के ज्ञानपीठ पुरस्कार (Jnanpith Awards 2023) की घोषणा हो चुकी है. मशहूर गीतकार गुलजार और संस्कृत के विद्वान रामभद्राचार्य को यह सम्मान दिया जा रहा है.