Bihar Special : सिर्फ बिहार में है ये सूर्य मंदिर, पूरे विश्व में और कहीं नहीं, छठ पूजा से है इसका खास कनेक्शन
बिहार में छठ महापर्व बड़े जोश के साथ मनाया जाता है. यहां एक ऐसा मंदिर है जहां श्रद्धालुओं की आस्था अधिक है. छठ पर्व पर इस मंदिर में हजारों की संख्या में श्रद्धालु आते हैं. इस मंदिर के साथ छठ की एक कहानी भी जुड़ी है.
अलविदा Sharda Sinha! आप भले अब न हों, लेकिन छठ पूजा आपके बिना नहीं होगी ...
Sharda Sinha Death ; आज भले ही शारदा सिन्हा हमारे बीच न हों. लेकिन इतना तो तय है कि जब जब छठ का जिक्र होगा, बिहार की कला और संस्कृति की बात होगी, कानों को मधुर लगने वाले भोजपुरी गीतों का जिक्र होगा, शारदा सिन्हा का हंसता मुस्कुराता चेहरा स्वतः ही हमारी आंखों के सामने आ जाएगा.
Sharda Sinha Death: सास ने भूख हड़ताल पर बैठकर किया गाने का विरोध, पति ने ऐसे दिया साथ कि बन गईं 'बिहार कोकिला'
Sharda Sinha Death: भारत की मशहूर लोक गायिका और बिहार की कोकिला शारदा सिन्हा का संगीत का सफर आसान नहीं था. बचपन से संगीत के प्रति उनकी आस्था को तब गहरा आघात लगा, जब उनकी सास ने उन्हें गाने से मना कर दिया.
Chhath Puja Geet: कोख में बेटी की कामना करते हैं छठ के गीत, जानिए इस महापर्व की कुछ अनसुनी बातें
सूरज, नदी, माटी, खेत-खलिहान मिलकर भारत का लोक रचते हैं और इसी लोक की प्रकृति के प्रति आस्था का पर्व है छठ. यह पर्व किसी पुरोहिताई का मोहताज नहीं, बल्कि प्रकृति प्रदत्त चीजों के साथ पूजा का अवसर है