Bihar News: पटना में मालगाड़ी के 6 डिब्बे पटरी से उतरे, 5 रेलगाड़ियां कैंसिल, 3 के बदले रूट

बिहार में शुक्रवार देररात एक फ्रेट ट्रेन बेपटरी हो गई. इस हादसे में करीब 6 डिब्बे पटरी से उतर गए. इसके चलते करीब 5 ट्रेनों को कैंसिल करना पड़ा साथ ही 3 ट्रेनों का रूट बदला गया है.

North East Express का एक्सीडेंट क्यों हुआ? 5 पॉइंट्स में जानिए शुरुआती जांच में क्या पता चला है

North East Express Accident Updates: दिल्ली से कामाख्या जा रही नॉर्थ ईस्ट एक्सप्रेस ट्रेन बुधवार देर रात बिहार के बक्सर में डिरेल हो गई थी. इस हादसे में 4 लोगों की मौत हुई है, जबकि 40 से ज्यादा लोग गंभीर घायल हैं.

'डिरेलमेंट से पहले हुआ था जोरदार धमाका', नॉर्थ ईस्ट एक्सप्रेस के लोको पायलट का खुलासा

दिल्ली से असम जा रही नॉर्थ ईस्ट एक्सप्रेस के 23 डिब्बे बुधवार रात पटरी से उतर गए थे. इस हादसे में चार लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि 70 से ज्यादा लोग घायल हैं.

बिहार के बक्सर में हादसे के बाद रेल रूट बंद, 10 ट्रेन कैंसल, 21 हुईं डायवर्ट, देखें पूरी लिस्ट

North East Express Accident: बिहार में नॉर्थ ईस्ट एक्सप्रेस के पटरी से उतर जाने के बाद यह रूट बाधित हो गया है. इसके चलते कई ट्रेनों को कैंसल कर दिया गया है.

Bihar Train Accident: दिल्ली से कामाख्या जाते समय बिहार में नॉर्थ-ईस्ट एक्सप्रेस के 6 कोच डिरेल, 5 की मौत, 100 से ज्यादा घायल

North East Express Accident: बिहार के बक्सर जिले में ट्रेन के छह कोच डिरेल हो गए हैं, जिनमें दो एसी कोच भी शामिल है. एक कोच पलट गया है, लेकिन अभी तक किसी के मरने की खबर नहीं है. घायलों को पटना भेजा गया है.

Bihar में टला बड़ा रेल हादसा, टूटे पहिए पर ही 10 किलोमीटर तक चलती गई ट्रेन

Pawan Express Accident Averted: ट्रेन का पहिया टूटा हुआ था और इसके बावजूद ट्रेन पूरी रफ्तार से चल रही थी, गनीमत रही कि कोई बड़ा हादसा नहीं हुआ है.

Bihar train accident: बिना ड्राइवर के चल पड़ा मालगाड़ी का इंजन, बिहार में टला बड़ा रेल हादसा

Train Accident in Bihar: मालगाड़ी के डिब्बों से सीमेंट अनलोड किया जा रहा था लेकिन इस दौरान ही अचानक इंजन चलने लगा, जिसके चलते ट्रेन बेपटरी हो गई.

Odisha Train Accident: 1981 में बिहार में हुआ था देश का सबसे बड़ा ट्रेन हादसा, नदी में गिरने से 800 यात्रियों की हुई थी मौत

Train Accident In India: भारत में रेलवे ही यात्रियों के बीच कहीं आने-जाने का सबसे सुगम साधन है लेकिन दुर्भाग्य यह भी है कि रेल हादसों के भी कई काले अध्याय हैं. 42 साल पहले भी एक ऐसा ही रेल हादसा हुआ था जिसमें 800 से ज्यादा लोगों की जान चली गई थी.