Chrome दुनिया में सबसे ज्यादा इस्तेमाल होने वाले ब्राउजर में से एक है. भारत में तो Google Chrome इंटरनेट इस्तेमाल करने वाले ज्यादातर उपयोगकर्ता सबसे ज्यादा इसी ब्राउजर का इस्तेमाल करते हैं. इस ब्राउजर की लोकप्रियता और इतने बड़े पैमाने पर इस्तेमाल होने की वजह से हैकिंग का खतरा भी बढ़ा है.
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CERT-In की ओर से चेतावनी 98.0.4758.80 वर्जन और उससे पहले के वर्जन क लिए अलर्ट जारी किया है. सरकारी एजेंसी के अनुसार, 'दुरुपयोग के कई मामले सामने आए हैं. Google Chrome पर हैकर टारगेट किए सिस्टम पर आर्बिटरी कोड लागू कर सकता है.'
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CERT-In ने अपनी एडवाइजरी में बताया है कि गूगल क्रोम ब्राउजर के 98.0.4758.80से पुराने वर्जन में कई कमियां मिली हैं. यह टाइप कनफ्यूजन के कारण V8 में इस्तेमाल करने के लिए सेफ नहीं है. इसने वेब ऐप, यूजर इंटरफेस, स्क्रीन कैप्चर, फाइल एपीआई, ऑटो-फिल और डेवलपर्स टूल्स जैसी कई कमियां हैं.
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सरकारी एजेंसी की ओर से जारी एडवाइजरी में कहा गया है कि ये सभी चीजें आपके डिवाइस के हैक होने की खतरे को बढ़ाती हैं. इसके बाद आसानी से आपका डेटा और बैंक से जुड़ी जानकारी हैकर्स चुरा सकते हैं. इस खतरे को देखते हुए ही गूगल भी लोगों से पुराने वर्जन को अपडेट करने की सलाह दे रहा है.
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सरकारी एडवाइजरी ने अपने निर्देश में कहा है कि हैकिंग के खतरे से बचने और सुरक्षित ब्राउजिंग एक्सपीरियंस के लिए Google Chrome ब्लॉग अपडेट में दी गई जानकारी फॉलो करें. नया वर्जन अपडेट करें.