डीएनए हिंदीः देश में बढ़ते प्रदूषण एवं पेट्रोल डीजल की कीमतों के कारण उर्जा के वैक्लपिक स्रोत की मांग बढ़ रही है. इसके चलते देश में इलेक्ट्रिक वाहनों की मांग बढ़ रही हैं. टाटा से लेकर होंडा और ह्युडंई जैसी ऑटोमोबाइल कंपनियां बाजार में इलेक्ट्रिक वाहन उतार कर लोगों को नए विकल्प दे रही हैं. वहीं इलेक्ट्रिक कारों के बाद इलेक्ट्रिक बसों के मार्केट में सकारात्मक संकेत दिखने लगे हैं. ये इलेक्ट्रिक बसें बाजार में पब्लिक ट्रांसपोर्ट का कायकल्प कर सकती हैं तो चलिए जानते हैं कि आखिर किन कंपनियों ने इलेक्ट्रिक बसों के मार्केट में काम करना शुरु कर दिया है.
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भारतीय ट्रांसपोर्ट मार्केट की महत्वपूर्ण कंपनी अशोक लेलैंड ने सर्किट इलेक्ट्रिक बस लॉन्च की है जिसमें कंपनी ने छोटी बैटरी दी है जो सिंगल चार्ज में 50 किमी की रेंज देती है. वहीं इस बस में बैटरी स्वैपिंग करने की फास्ट टेक्नोलॉजी भी दी गई है. इस टेक्नोलॉजी के चलते लोग शहर के किसी भी सन मोबाइल बैटरी स्टेशन पर 2 मिनट में बस की बैटरी बदल सकते हैं। इसके साथ ही सर्किट S इलेक्ट्रिक बस में 30 पैसेंजर आसानी से बैठ सकते हैं.
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अशोक लेलैंड के अलावा ऑलेक्ट्रा भी भारत में अपनी इलेक्ट्रिक कारें बना रही है. K6 ऑलेक्ट्रा की दूसरी इलेक्ट्रिक मिनीबस है जिसे कंपनी ने 2018 में लॉन्च किया था. इस बस में कंपनी ने 180 किलोवॉट की मोटर दी है जो 1800Nm का टॉर्क प्राप्त करती है. वहीं ये बस सिंगल चार्ज में 200 किमी का माइलेज देती है और इसकी टॉप स्पीड 80 किमी प्रति घंटा है. वहीं इस बस की बैटरी को फास्ट चार्जर से 3 से 4 घंटे में फुल चार्ज किया जा सकता है जो कि यात्रियों का लंबाे सफर में साथ दे सकती है.
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जेबीएम भारत की पहली पूर्णतः इलेक्ट्रिक टेक्नोलॉजी पर चलने वाली बस है. इसमें कंपनी ने लीथियम आयन बैटरी पैक लगाया है. वहीं ये बस सिंगल चार्ज में 250 किमी तक का माइलेज दे देती है और ये बैटरी फास्ट चार्जिंग से 2 से 3 घंटे में फुल चार्ज भी हो जाती है. वहीं इन सबके अलावा बस में CCTV कैमरे, स्टॉप रिक्वेस्ट बटन, इमरजेंसी के लिए पैनिक बटन जैसे ,स्मार्ट फीचर्स भी मिलते हैं जो कि यात्रियों की जर्नी को सहज बना देते हैं.
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भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों की क्रांति लाने वाली टाटा का प्रभुत्व इलेक्ट्रिक बसों के मार्कट में भी है. टाटा मोटर्स अपने हैवी व्हीकल्स के लिए हमेशा पॉपुलर रही है. हैवी इलेक्ट्रिक व्हीकल्स की डिमांड को देखते हुए टाटा मोटर्स ने स्टारबस अर्बन के नाम से अपनी इलेक्ट्रिक बस मार्केट में लॉन्च की थी. इस बस में कंपनी ने एडवांस टेक्नोलॉजी का बेहतरीन इस्तेमाल किया है. इस बस में 186 किलोवॉट की लीथियम आयन बैटरी पैक दिया है जो मिनिमम 145 किलोवॉट की पावर के साथ मैक्सिमम 245 के पावर जनरेशन की पावर दी गई है. टाटा की ये इलेक्ट्रिक स्टारबस अर्बन सिंगल चार्ज में 150 किमी का माइलेज देती है.
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ओलेक्ट्रा इलेक्ट्रिक बस सिंगल चार्ज में 250-300 किमी तक का शानदार माइलेज देती है. कंपनी के पास इंडिया में इलेक्ट्रिक बसों के निर्माण का बड़ा मैनेजमेंट है, जिसके चलते कंपनी तेजी से काम कर रही है. वहीं ओलेक्ट्रा C9 दो 180 किलोवॉट की लीथियम आयन बैटरी 3000 Nm का टॉर्क और 480 बीएचपी की पावर जनरेट कर सकती है. इसमें लगी फास्ट चार्जिंग की टेक्नोलॉजी से बस की बैटरी 2-3 घंटे में फुल चार्ज की जा सकती है.