देश के कई शहरों में 5G इंटरनेट की शुरुआत हो चुकी है. देश की दिग्गज टेलिकॉम कंपनियां जैसे रिलायंस जियो ( Reliance Jio) और एयरटेल (Airtel) ने कई शहरों में 5G नेटवर्क सेटअप कर दिया है वहीं अभी कई जगहों पर इसे सेटअप करने का काम जारी है. धीरे-धीरे देश के हर कोने में इसकी शुरुआत हो जाएगी और सभी लोग इसका इस्तेमाल कर सकेंगे. लेकिन कुछ ऐसे लोग भी हैं जो शायद कभी भी 5G सर्विस का इस्तेमाल नहीं कर पाएंगे. इंडस्ट्री एक्सपर्ट्स का मानना है कि जो लोग एयरपोर्ट के आसपास रहने वाले लाखों उपभोक्ता अपने डिवाइस पर 5G का इस्तेमाल नहीं कर पाएंगे.
दूरसंचार विभाग (DoT) ने हाल ही में टेलिकॉम प्रोवाइडर्स भारती एयरटेल, रिलायंस जियो और वोडाफोन को एक पत्र भेजा है कि वे तत्काल प्रभाव से भारतीय हवाई अड्डों की 2.1Km की सीमा के भीतर C-बैंड 5G बेस स्टेशन स्थापित न करें, क्योंकि C-बैंड 5G विमान के रेडियो (रडार) अल्टीमीटर में समस्याएं पैदा कर सकता है. दरअसल टेकऑफ़ और लैंडिंग के दौरान, और पहाड़ों में दुर्घटनाग्रस्त होने से बचने के लिए, पायलट पूरी तरह से रेडियो (रडार) अल्टीमीटर पर निर्भर होते हैं.
लेटर में क्या लिखा है?
DoT ने अपने पत्र में कहा है कि टेलिकॉम सर्विस प्रोवाइडर्स (TSPs) को सलाह दी जाती है कि,"रनवे के दोनों ओर से 2,100 मीटर और भारतीय हवाई अड्डों के रनवे की सेंटर लाइन से 910 मीटर के क्षेत्र में 3,300-3,670 मेगाहर्ट्ज में कोई 5G/IMT बेस स्टेशन नहीं होगा."
एयरटेल ने नागपुर, बेंगलुरु, नई दिल्ली, गुवाहाटी और पुणे में 5G बेस स्टेशन इंस्टॉल किए हैं. वहीं जियो ने दिल्ली-एनसीआर में 5G बेस स्टेशन इंस्टॉल किया है. नया नियम तब तक लागू रहेगा जब तक कि DGCA द्वारा सभी विमानों के रेडियो अल्टीमीटर फिल्टर को बदलना सुनिश्चित नहीं कर दिया जाता. दूरसंचार विभाग के खत में आगे कहा गया है कि यह उम्मीद है कि नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) जल्द ही अल्टीमीटर फिल्टर्स को बदल देगा और इसके बाद प्रतिबंधों को हटा दिया जाएगा.
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर.
- Log in to post comments
देश भर में 5G आने के बाद भी इस जगह रहने वाले लोग नहीं कर पाएंगे इसका इस्तेमाल!