टेलीकॉम सेक्टर में सुनील मित्तल की Airtel और मुकेश अंबानी की Jio की प्रतिस्पर्धा किसी से छिपी नहीं है. दोनों ही कंपनी टैरिफ प्लान के मामले में एक-दूसरे को टक्कर देती हैं. लेकिन इस बार एयरटेल ने बाजी मार ली है. एयरटेल ने जम्मू-कश्मीर में मोबाइल सर्विसेज शुरू कर दी है. कंपनी ने कुपवाड़ा, बांदीपुरा और बारामूला में 15 मोबाइल टावर लगाए हैं. इसका फायदा करीब सात सीमावर्ती गांवों और LoC के पास तैनात सैनिकों को कम्यूनिकेशन कनेक्शन मिलेगा.
जम्मू-कश्मीर के इन इलाकों में मोबाइल नेटवर्क पहुंचानी वाली एयरटेल पहली निजी दूरसंचार कंपनी बन गई है. कंपनी ने बयान जारी कर कहा, ‘वाइब्रेंट विलेज कार्यक्रम’ के तहत Airtel ने कच्छल, बलबीर, राजदान दर्रा ताया टॉप, उस्ताद, काठी और चीमा जैसे गांवों को देश के बाकी हिस्सों से जोड़ा है. इसमें कहा गया, ‘ये गांव केरन, मच्छल, तंगधार, गुरेज और उरी घाटी क्षेत्रों में स्थित हैं, जो कुपवाड़ा, बारामूला और बांदीपुरा जिलों में फैले आते हैं.
Airtel ने लगाए 15 मोबाइल टावर
एयरटेल इन क्षेत्रों में संचार सेवाएं प्रदान करने वाली एकमात्र निजी दूरसंचार संचालक है. कंपनी ने इन इलाकों में 15 मोबाइल टावर लगाए हैं. इससे स्थानीय लोगों को फायदा मिलेगा और नियंत्रण रेखा पर तैनात सैनिकों को आवश्यक संचार सुविधा मिलेगी.
कंपनी ने कहा कि भारती एयरटेल ने उत्तरी कश्मीर में नियंत्रण रेखा के पास कुपवाड़ा, बारामूला और बांदीपुरा जिलों के गांवों में संपर्क स्थापित करने के लिए भारतीय सेना के साथ साझेदारी की है. एयरटेल ने सैन्य ठिकानों के दूरदराज क्षेत्रों में नेटवर्क सेवाओं में सुधार तथा संपर्क बढ़ाने के लिए भारतीय सेना के साथ सहयोग किया है.
हाल ही में कंपनी ने गलवान नदी क्षेत्र और दौलत बेग ओल्डी (बीडीओ) में सफलतापूर्वक संपर्क स्थापित किया था, जिसे भारत की सबसे उत्तरी सैन्य चौकी कहा जाता है. केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कई मौकों पर कहा है कि जून 2025 तक देश के सभी दूरदराज क्षेत्रों में दूरसंचार सुविधाएं पहुंच जाएंगी.
(With PTI inputs)
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कश्मीर में Airtel ने कर दिया कमाल, मुकेश अंबानी की Jio को पछाड़ बॉर्डर पर गाड़ा झंडा