डीएनए हिंदी: हिंदू युवा वाहिनी संगठन की सारी इकाइयों को आज से बंद कर दिया गया है. यह फैसला स्वयं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने लिया है. बीस साल पहले शुरू हुआ हिंदुत्ववादी संगठन हिंदू युवा वाहिनी की आज से सारी ईकाई बंद कर दी गई हैं. इस संगठन की शुरुआत भी स्वयं योगी आदित्यनाथ ने ही गोरखपुर से की थी. योगी आदित्यनाथ को मिली पहचान में इस संगठन का भी मुख्य योगदान रहा था लेकिन अब इसका अस्तित्व भी खत्म कर दिया गया है.
दरअसल इस संगठन ने योगी को एक फाय़र ब्रांड नेता बनाने में मुख्य निभाई लेकिन आज से इस संगठन को पुरी तरह से बंद कर दिया हैं. उन्हें गोरखपुर से लोकसभा सांसद बनाने से लेकर पूर्वांचल की राजनीति में बीजेपी की पकड़ मजबूत करने में हिंदू युवा वाहिनी की विशेष भूमिका रही है. योगी को गोरखपुर से लखनऊ में सीएम पद तक पहुंचाने में इस संगठन का विशेष योगदान रहा है.
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क्या था हिंदू युवा वाहिनी संगठन
इस संगठन की शुरुआत आज से 20 वर्ष पहले योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर में की थी. यह संगठन खुद को एक समाजिक और सांस्कृतिक संगठन बताता था. इस संगठन का मूल उद्देश्य हिंदू समाज के एकीकरण के लिए काम करना था. उसके लिए वह छुआ-छूत उच्च नींच के भेद को मिटाने का काम करता था. यह संगठन चाहता था कि पूरा हिन्दू समाज एकत्र हो. हिन्दुत्व और राष्ट्रवाद इस संगठन का मूल विचार था.
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योगी आदित्यनाथ को बनाया हिन्दू हृदय सम्राट
उत्तर प्रदेश के साथ साथ बिहार के भी कुछ जिलों में इस संगठन की पकड़ काफी मजबूत है. योगी आदित्यनाथ को फायरब्रांड नेता बनाने में इस संगठन ने अहम भूमिका निभाई. इस संगठन के कारण योगी आदित्यनाथ हिंदुओं के दिलों तक आसानी से पहुंच बना सके थे लेकिन आज से इस संगठन की सारी इकाई बंद कर दी गई हैं.
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Yogi Adityanath ने खत्म की हिंदू युवा वाहिनी, भंग की प्रदेश जिला और महानगर की सभी इकाइयां