डीएनए हिंदी: पंजाब के आईएएस अधिकारी संजय पोपली (IAS Sanjay Popli) को रिश्वत के आरोप में गिरफ्तार किए जाने के कुछ दिनों बाद उनके बेटे कार्तिक ने शनिवार को आत्महत्या कर ली. उन्होंने अपने चंडीगढ़ आवास पर लाइसेंसी पिस्तौल से कथित तौर पर गोली मार ली. पुलिस का कहना है कि कार्तिक ने खुदकुशी की है, जबकि परिवार ने विजिलेंस टीम पर हत्या करने का आरोप लगाया है.
IAS संजय पोपली को पिछले हफ्ते साढ़े तीन लाख रुपये रिश्वत लेने के आरोप में विजिलेंस ब्यूरो ने गिरफ्तार किया था. जांच टीम ने शनिवार को तलाशी के दौरान उनके आवास से कुल 12.5 किलोग्राम सोना, जिसमें एक-एक किलो की 9 सोने की ईंटें, 3 किलो चांदी और चार आईफोन को जब्त किया. उस समय पोपली को उनके आवास पर लाया गया था. पीड़िता की मां ने आरोप लगाया कि सेक्टर 11 स्थित घर में विजिलेंस की एक टीम के मौजूद रहने पर 27 वर्षीय कार्तिक की सिर में गोली लगने से मौत हो गई. उन्होंने आरोप लगाया कि विजिलेंस अधिकारियों ने कार्तिक को गोली मार दी.
ये भी पढ़ें- Maharashtra में सियासी हलचल तेज, वडोदरा में एकनाथ शिंदे और देवेंद्र फडणवीस की मुलाकात
पिस्टल से खुद को मारी गोली
हालांकि, स्थानीय पुलिस ने कहा कि तलाशी अभियान के बाद विजिलेंस टीम के लौटने के बाद उसने कथित तौर पर घर की पहली मंजिल पर खुद को गोली मार ली.पुलिस ने कहा कि उन्हें कार्तिक के कमरे का दरवाजा जबरदस्ती खोलना पड़ा और उसे पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च ले जाया गया जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया. वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कुलदीप सिंह चहल ने मीडिया को बताया, "कार्तिक ने लाइसेंसी हथियार से खुद को गोली मार ली. प्रारंभिक जांच से पता चलता है कि उसने आत्महत्या कर ली."
'मुझे न्याय चाहिए, मेरे बेटे को मार डाला'
विजिलेंस ने 20 जून को पोपली और उनके सचिव को भ्रष्टाचार के आरोप में गिरफ्तार किया था.पोपली की पत्नी ने मीडिया को बताया कि विजिलेंस अधिकारी उन पर झूठे बयान देने का दबाव बना रहे थे. अपने बेटे के हाथों पर खून के धब्बे दिखाते हुए उसने आरोप लगाया, मेरा 27 वर्षीय बेटा चला गया है. वह एक शानदार वकील था. उन्होंने उसे छीन लिया है. मुझे न्याय चाहिए. मैं अदालत जाऊंगी."
3.5 लाख रुपये रिश्वत लेने का आरोप
इससे पहले विजिलेंस टीम ने पंजाब के निदेशक (पेंशन) पद पर तैनात पोपली के आवास से भारी मात्रा में कारतूस बरामद किए थे.पहली सूचना रिपोर्ट के अनुसार, पोपली ने कथित तौर पर पिछली कांग्रेस सरकार के दौरान नवांशहर शहर में 7 करोड़ रुपये की सीवरेज परियोजना के एक ठेकेदार से एक प्रतिशत कमीशन की मांग की थी.ठेकेदार ने 12 जनवरी को जल आपूर्ति और सीवरेज बोर्ड का नेतृत्व कर रहे अधिकारी के सचिव के रूप में तैनात अधीक्षक स्तर के अधिकारी संजीव वत्स के माध्यम से 3.5 लाख रुपये का भुगतान किया.विजिलेंस ब्यूरो ने कहा कि पोपली ठेकेदार से शेष 3.5 लाख रुपये की मांग कर रहा था, जिसने उसके फोन कॉल रिकॉर्ड किए और वर्तमान आम आदमी पार्टी (आप) सरकार द्वारा स्थापित भ्रष्टाचार विरोधी हेल्पलाइन पर शिकायत की.
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों पर अलग नज़रिया, फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर
- Log in to post comments
Punjab: भ्रष्टाचार के मामले में गिरफ्तार IAS संजय पोपली के बेटे ने की खुदकुशी, मां ने विजिलेंस पर लगाया आरोप