रोजर फेडरर हों या सचिन तेंदुलकर या हाल ही में क्रिकेट से रिटायर हुईं झूलन गोस्वामी ही क्यों न हों. इन खिलाड़ियों ने जब अपना आखिरी मैच खेला तो सम्मान में विरोधी भी झुक गए थे. पूरी दुनिया को रोता छोड़कर इन्होंने अपने खेल और करियर को विराम दिया. कुछ खिलाड़ियों का विदाई मैच सबको भावुक कर देता है. देखें ऐसे ही 5 खिलाड़ियों की यादगार तस्वीरें जिनमें सम्मान और प्रेम छलकता है.
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महिला क्रिकेट में तेज गेंदबाजी को एक नई धार और पहचान देने वालों में झूलन गोस्वामी का नाम हमेशा सबसे ऊपर रहेगा. लॉर्ड्स में झूलन जब आखिरी मैच खेलने उतरीं तो उन्हें भारत और इंग्लैंड दोनों के ही खिलाड़ियों ने गार्ड ऑफ ऑनर दिया था. मैच के बाद उनकी साथियों ने उन्हें कंधे पर बिठाकर मैदान का चक्कर लगाया था.
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2013 में सचिन तेंदुलकर ने मुंबई के वानखेड़े में अपना आखिरी मैच खेला था. इस दौरान उनकी फेयरवेल स्पीच में उनके साथ-साथ पूरा देश रो रहा था. लगभग ढाई दशक लंबे करियर के बाद जब उन्होंने क्रिकेट को अलविदा कहा, तो टीम के साथ, पुराने साथी से लेकर फैंस, उनका परिवार और पूरी दुनिया के क्रिकेट प्रशंसकों ने नम आंखों से उन्हें विदाई दी थी.
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टेनिस के दिग्गज खिलाड़ी और 20 ग्रैंड स्लैम विजेता रोजर फेडरर ने भी कुछ दिन पहले ही लेविस कप में अपना आखिरी मुकाबला खेला था. फेडरर की फेयरवेल में वह दृश्य अद्भुत था जब उनके चिर-प्रतिद्वंद्वी राफेल नडाल उनके साथ फफककर रो पड़े थे. विदाई भाषण के दौरान भी उनकी आंखें कई बार छलक गईं और साथ ही दुनिया भर में मौजूद फैंस भी इमोशनल हो गए थे.
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सेरेना विलियम्स ने भी इसी साल प्रोफेशनल टेनिस को अलविदा कहा है और अमेरिकन ओपन में उन्होंने अपना आखिरी मैच खेला था. बड़ी संख्या में सेरेना को चीयर करने पहुंचे दर्शक सेरेना...सेरेना... के नारे लगा रहे थे. फेयरवेल मैच के बाद पूर्व नंबर 1 टेनिस खिलाड़ी बहुत भावुक हो गई थीं और दुनिया भर में उनके फैंस उनके साथ विदाई मैच में रो पड़े थे.
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साल 2004 में ऑस्ट्रेलिया के सफलतम कप्तानों में शुमार स्टीव वॉ ने क्रिकेट करियर को सिडनी में अलविदा कहा था. वॉ ने भारत के ही खिलाफ अपना आखिरी टेस्ट मैच खेला था और उस टेस्ट में सचिन तेंदुलकर ने दोहरा शतक भी जड़ा था. वॉ ऑस्ट्रेलिया में बहुत लोकप्रिय थे और उनकी कप्तानी और खेल के प्रशंसक दुनिया भर में थे. जब सिडनी के ग्राउंड पर उनके टीममेट्स ने उन्हें कंधों पर उठाकर विदाई दी थी तो सबकी आंखें नम थीं.