डीएनए हिंदी: पाकिस्तान महिला फुटबॉल टीम ने जहां एक ओर कड़ी मेहनत की दम पर इतिहास रचा है. वहीं दूसरी ओर इस देश के लोग इन खिलाड़ियों को शाबाशी देने की बजाए ऐसी बातें कर रहे हैं जो कि इनकी घटिया मानसिकता को दर्शा रहा है. नेपाल के काठमांडू में SAFF चैंपियनशिप में महिला पाकिस्तान फुटबॉल टीम ने आठ साल बाद अपनी पहली जीत दर्ज की. लेकिन पाकिस्तान के एक पढ़े लिखे पत्रकार को खिलाड़ियों का खेलना पसंद नहीं आया है.

पाकिस्तानी पत्रकार ने शिकायत की है कि पाकिस्तान एक इस्लामिक देश है और हमारे यहां महिला फुटबॉलर्स जो कि देश का प्रतिनिधित्व कर रही हैं वो आखिर शॉर्ट्स पहनकर कैसे खेल सकती हैं. उन्हें लेगिंग्स पहननी चाहिए. ये हमारे धर्म के खिलाफ है. पत्रकार के इस घटिया सवाल का विरोध भी खूब हो रहा है. पाकिस्तान महिला फुटबॉल टीम के कोच अदील रिज्की ने भी पत्रकार के इस तरह के बयान पर आश्चर्य जताया और कहा है कि कोई ऐसी सोच कैसे रख सकता है.

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उन्होंने इस सवाल के जवाब में कहा कि कोई क्या कपड़े पहनेंगा ये सरकार कंट्रोल नहीं करती. हमें समझ आता है कि हम एक इस्लामिक देश हैं और हमारी मूल्य भी काफी मजबूत हैं. लेकिन स्पोर्ट्स में आपको प्रोग्रेसिव सोच रखनी ही पड़ेगी. यूनिफॉर्म की बात करें तो वो हमारे कंट्रोल में नहीं है.

पत्रकार का ये वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है और पाकिस्तान की एक बार फिर से थू-थू करा रहा है. वीडियो देख लोग कह रहे हैं कि पाकिस्तान कभी आगे नहीं बढ़ सकता, क्योंकि आगे बढ़ने के लिए बड़ी सोच रखनी होती है. जब कि पाकिस्तान के लोगों की सोच आज भी घटिया है.

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पाकिस्तान की फिर हो रही थू-थू, महिला फुटबॉल खिलाड़ियों की शॉर्ट्स से जुड़ा है वि
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पाकिस्तान महिला फुटबॉल टीम

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पाकिस्तान की फिर हो रही थू-थू, महिला फुटबॉल खिलाड़ियों की शॉर्ट्स से जुड़ा है विवाद