पेरिस ओलंपिक को शुरू होने में अब बेहद कम वक्त बचा हुआ है. ओलंपिक 2024 का आगाज इसी महीने 26 जुलाई से होगा, जिसका अंत 11 अगस्त को होगा. ओलंपिक 2024 के लिए भारत अपना दल भेजने के लिए पूरी तरह तैयार है और करीब 81 एथलीट्स पेरिस रवाना होंगे. वहीं आज आपको भारत और ओलंपिक के इतिहास के बारे में बताने जा रहे हैं. क्या आप जानते हैं कि भारत ने पहली बार ओलंपिक कब खेला था? अंग्रजो से आजादी से पहले ही भारत ओलंपिक में अपना झंडा गाड़ चुका है. आइए जानते हैं कि भारत का क्या इतिहास रहा है.
भारत का पहला ओलंपिक
आपको बता दें कि भारत मॉर्डन ओलंपिक खेलों के दूसरे एडिशन यानी 1900 से जुड़ा हुआ है. ओलंपिक 1900 भी पेरिस में हुआ था. वहीं कोलकाता के जन्में नॉर्मन प्रिचर्ड ओलंपिक में हिस्सा लेने वाले पहले भारतीय हैं. प्रिचर्ड फ्रांस में छुट्टियां मना रहे थे और तभी उन्होंने ओलंपिक में हिस्सा लेने का फैसला लिया था. प्रिचर्ड ने 60 मीटर, 100 मीटर, 200 मीटर, 110 मीटर हर्डल रेस और 200 मीटर हर्डल रेस भाग लिया था. हालांकि वो 60 मीटर और 100 मीटर की रेस से जल्द बाहर हो गए थे.
पहले ओलंपिक में भारत को मिला मेडल
नॉर्मन प्रिचर्ड ने 60 और 100 मीटर रेस से बाहर होने के बाद वापसी की और 200 मीटर रेस अपने नीम की, जिसके लिए उन्हें रजत पदक से नवाजा गया था. इसके साथ ही प्रिचर्ड ओलंपिक में एशिया के मेडल जीतने वाले पहले एथलीट बन गए थे. उसके बाद प्रिचर्ड ने 200 हर्डल रेस में दूसरा रजत पदक जीता था. इसके अलावा उन्होंने 110 मीटर हर्डल रेस के फाइनल तक जगह बनाई थी. लेकिन रेस के बीच ही वो लड़खड़ा गए थे.
कब भेजा गया था भारत का पहला ओलंपिक दल
भारत ने अपना पहला ओलंपिक दल साल 1920 में भेजा था. दरअसल, इसी साल 1920 में ही भारतीय ओलंपिक संघ भी बनाया गया था, जो एथलीट को चुनने और अभियास के लिए तैयार करता था. उस समय भारतीय ओलंपिक संघ की जिम्मेदारी दोराबाजी टाटा के हाथों में थी. उन्होंने बॉम्बे गवर्नर जॉर्ज लॉयड से संपर्क किया था, जिसके बाद 1920 में भारत को ओलंपिक में खेलने की अनुमति मिली थी. इस दौरान पांच सदस्यीय भारतीय दल को चुना गया था.
भारत ने आजादी के बाद किया दमदार प्रदर्शन
भारत को साल 1947 में अंग्रेजों से आजादी मिली थी. उसके बाद साल 1948 में लंदन ओलंपिक में भारत ने शानदार प्रदर्शन किया था.भारत ने ओलंपिक 1948 के लिए 86 एथलीटों को लंदन भेजा था. इस दौरान भारत की ओर से एथलेटिक्स, बॉक्सिंग, साइकिलिंग, हॉकी, फुटबॉल, तैराकी, वाटर पोलो, वेटलिफ्टिंग और कुश्ती में एथलीटों ने भाग लिया था. इस दौरान भारतीय हॉकी टीम ने अपना पहला गोल्ड मेडल जीता था. इससे पहले हॉकी टीम ने 1928, 1932 और 1936 में गोल्ड जीता था, लेकिन तब भारत पर अंग्रजों के कब्जा था.
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अजादी से पहले भारत ने ओलंपिक में गाड़े हैं कामयाबी के झंडे, ऐसा रहा है इतिहास