डीएनए हिंदी: भारतीय क्रिकेट टीम (Indian Cricket Team) को 2011 विश्वकप चैंपियन (World Cup 2011 Champion) बनाने में अपनी भूमिका निभाने वाले मुनाफ पटेल (Munaf Patel) आज 39 साल के हो गए हैं. मुनाफ ने नवंबर 2018 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट (International cricket) से संन्यास का ऐलान कर दिया था. उनका करियर ज्यादातर चोटों से भरा रहा, लेकिन वो जब भी गेंदबाज़ी करने मैदान पर उतरे, उन्होंने बल्लेबाज़ों को रन के लिए तरसाया.
कम खेले लेकिन कमाल के खेले
अपने करियर में उन्होंने 13 टेस्ट, 70 वनडे और 3 टी20 मैच खेले. वनडे स्पेशलिस्ट इस गेंदबाज़ ने 36.60 की स्ट्राइक रेट से 86 विकेट हासिल किए हैं. उनका बेस्ट प्रदर्शन दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ देखने को मिला था, जब भारतीय टीम 190 रनों की डिफेंड कर रही थी और मुनाफ पटेल ने 29 रन देकर 4 विकेट हासिल किए थे. इस धारदार गेंदबाज़ी की बदौलत भारत ने वो मैच 1 रन से जीत लिया.
Rohit का 11 साल पुराना ट्वीट, सूर्यकुमार के शतक से फिर हुआ Viral
साल 2006 में इंग्लैंड के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में डेब्यू करने वाले इस गेंदबाज़ की तुलना ऑस्ट्रेलियाई दिग्गज ग्लेन मैक्ग्रा से होती थी लेकिन चोट की वजह से मुनाफ टीम में अंदर बाहर होते रहे और अपने करियर को लंबा नहीं कर सके. मुनाफ ने दो क्रिकेट विश्व कप में भाग लिया. साल वेस्टइंडीज़ में हुए विश्वकप 2007 में मुनाफ ने तीन मैचों में चार विकेट लिए हैं, तो 2011 में उन्होंने 8 मैच खेला और 11 विकेट चटकाए. 2011 विश्वकप सेमीफाइनल में पाकिस्तान के खिलाफ मुनाफ ने 2 विकेट लेकर भारत की जीत में अपनी भूमिका निभाई थी.
कभी 35 रुपए के लिए करते थे मज़दूरी
हालांकि अपने शुरुआती दिनों में मुनाफ पटेल मजदूरी करते थे और पूरे दिन में 35 रुपए कमाकर घर चलाते थे. लेकिन क्रिकेट ने उनकी ज़िंदगी बदल दी और अपनी गेंदबाज़ी के बूते उन्होंने कई दिग्गजों के काफी परेशान किया. गुजरात के भरूच जीले के रहने वाले मुनाफ एक टाइल फैक्ट्री में काम किया करते थे.
मुनाफ ने एक इंटरव्यू में कहा “बहुत दुख होता था घर के हालातों को देखकर, सबकुछ सहने की आदत हो गई थी. लेकिन मेरे टीचर ने मुझे खेलने के लिए प्रेरित किया और मैं चप्पलों में क्रिकेट खेलने लगा. वो बहुत मुश्किल होता था, कभी कभी पैर में चोट लग जाती थी.” आज मुनाफ पटेल 39 साल के हो गए हैं. डीएनए हिंदी टीम की ओर से उन्हें जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएं.
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों पर अलग नज़रिया, फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर.
- Log in to post comments
Birthday Special: मजदूरी को मजबूर हुआ था ये खिलाड़ी, क्रिकेट ने बदल दी ज़िंदगी