डीएनए हिंदी: टीम इंडिया 18 अगस्त से जिम्बाब्वे के खिलाफ वनडे सीरीज का पहला मैच खेलने जा रही है.केएल राहुल की कप्तानी में मैदान पर उतरने वाली टीम इंडिया के आगे जिम्बाब्वे की टीम बेहद कमजोर दिखाई पड़ती है. लेकिन आज जिम्बाब्वे का जो हाल है हमेशा से वो ऐसा नहीं रहा है. एक समय था जब जिम्बाब्वे भी बड़ी-बड़ी टीमों के नाक में दम कर देती थी और मैच जीतती भी थी. भारत और जिम्बाब्वे की सीरीज शुरू होने से पहले हम ऐसे ही एक मैच की यादें ताजा कराने जा रहे हैं, जब जिम्बाब्वे ने भारत को उसी के घर में धूल चटा दी थी और जिम्बाब्वे को रातोंरात मिल गया था एक ऐसा हीरो जिसमें दम था हारी हुई बाजी को पलट देने का...
ये मैच था साल 2002 का. जो खेला गया था फरीदाबाद के नाहर सिंह स्टेडियम में. इस मैच में बुरी तरह हारती दिख रही जिम्बाब्वे को 10वें नंबर पर बल्लेबाजी करने आए डगलस मैरिलियर ने उम्मीद की किरण दिखाई थी. जिम्बाब्वे को जीत के लिए 34 गेंदों में 65 रन बनाने थे, जो कि नामुमकिन लग रहा था. लेकिन डगलस मैरिलियर ने सबकुछ बदलकर रख दिया.
भारतीय गेंदबाजों को खूब धोया
45वें ओवर में जब वो बल्लेबाजी करने आए उस वक्त जिम्बाब्वे 210 रन 8 विकेट खो चुकी थी. मैरिलियर ने आते ही मोर्चा संभाल लिया और भारतीय टीम के गेंदबाजों की धुनाई करनी शुरू कर दी. मैरिलियर ने इस मैच में कई बार अपना शानदार स्कूप शॉट खेला और जहीर खान, अनिल कुंबले की जमकर पिटाई की. उन्होंने सिर्फ 24 गेंदों पर 56 रन ठोक टीम को जीत दिला दी थी.
खराब गेंदबाजी बनी थी हार की वजह
जिम्बाब्वे की इस जीत का श्रेय भारत की खराब गेंदबाजी को भी जाता है. क्योंकि 49वें और 50वें ओवर में जहीर और कुंबले ने कुल मिलाकर 5 नो बॉल भी डाली थी.
पारी को यादकर खुश होते हैं डगलस मैरिलियर
अपनी इस उम्दा पारी को यादकर डगलस मैरिलियर आज भी खुश होते हैं. इंडियन एक्सप्रेस को दिए इंटरव्यू में उन्होंने इस पारी के बारे में कुछ बातें भी कही हैं. डगलस ने कहा कि जहीर खान मैच में तब तक चार विकेट चटका चुके थे और अनिल कुंबले तो दुनिया के महान्तम गेंदबाजों में शुमार ही हैं. उनके खिलाफ रन बनाने का सिर्फ एक ही मौका था, ऐसी जगह शॉट मारना जहां फील्डर मौजूद ना हो और विकेट कीपर के पीछे फील्डर नहीं होता.
डगलस मैरिलियर ने अपने करियर में 48 वनडे मैच खेले, जिसमें उन्होंने तीन अर्धशतक मारे हैं. उन्हें टीम में कई बार मौका भी मिला लेकिन लगातार रन ना बनाने के चलते उन्हें टीम से बाहर कर दिया गया था और इसी के साथ इस खिलाड़ी का करियर भी डूबता चला गया था. हालांकि अपनी इस बेमिसाल पारी के लिए उन्हें हमेशा याद किया जाएगा और जिम्बाब्वे भी भारत के खिलाफ इस ऐतिहासिक जीत को कभी नहीं भूलेगी.
Ind vs Zim 2022 Schedule
भारत और जिम्बाब्वे के बीच शुरू हो रही तीन वनडे मैचों की सीरीज का पहला मैच 18 अगस्त को, दूसरा 20 अगस्त को और आखिरी वनडे मैच 22 अगस्त को खेला जाएगा. सीरीज के सभी मैच हरारे क्रिकेट ग्राउंड पर खेले जाएंगे.
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10वें नंबर पर आया बैटिंग करने और तहस नहस कर दी थी टीम इंडिया की गेंदबाजी, आज यादकर हो रहा खुश