डीएनए हिंदी: अगले महीने से ऑस्ट्रेलिया में होने वाले टी20 वर्ल्ड कप (T20 World Cup 2022) के लिए टीम का ऐलान हो गया है. टीम की घोषणा के साथ ही कौन आउट कौन इन की सारी बहस पर भी विराम लग गया है. टीम में लगभग वो सभी नाम शामिल हैं जिनकी उम्मीद की जा रही थी. हालांकि रवींद्र जडेजा के वर्ल्ड कप तक फिट हो जाने की जो बातें कही जा रही थीं, अब उन पर विराम लग गया है. वर्ल्ड कप के लिए कैसी टीम है और किसे क्यों मौका दिया गया है, ये सारी बातें समझें यहां.
Bumrah की वापसी से तेज गेंदबाजी की टेंशन हुई दूर?
एशिया कप में भुवनेश्वर कुमार सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज हैं लेकिन टीम की तेज गेंदबाजी की कलई पूरी तरह से खुल गई थी जब सुपर-4 में पाकिस्तान और श्रीलंका के हाथों शर्मनाक हार मिली थी. वर्ल्ड कप के लिए टीम में जसप्रीत बुमराह के साथ हर्षल पटेल की वापसी हो रही है. हार्दिक पंड्या भी बल्ले के साथ गेंद से उपयोगी योगदान दे रहे हैं.
इसके साथ ही उम्मीद की जा रही है कि एक छोर से बुमराह और भुवनेश्वर कुमार जैसे अनुभवी गेंदबाज होंगे तो पटेल और युवा अर्शदीप दूसरी ओर से विकल्प के तौर पर रहेंगे. ऐसे में तेज गेंदबाजी में पूरी गहराई दिख रही है. दीपक चाहर और मोहम्मद शमी को स्टैंडबाय में रखा गया है. इन दोनों को शामिल किए जाने के बाद गेंदबाजी विभाग काफी मजबूत नजर आ रहा है.
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कार्तिक बनाम पंत नहीं बल्कि दोनों एक साथ टीम में
रवींद्र जडेजा के टूर्नामेंट से बाहर होने के बाद टीम के लिए लेफ्ट-राइट कॉम्बिनेशन ढूंढ़ना जरूरी था. ऐसे में ऋषभ पंत को मौका दिए जाने की बात पहले से ही हो रही थी. दिनेश कार्तिक के अनुभव और फॉर्म को देखते हुए उन्हें बाहर बैठाना भी उचित नहीं था.
मिडिल ऑर्डर में टीम को जिस गहराई की जरूरत है कार्तिक उस पैमाने पर फिट बैठते हैं. जरूरत पड़ने पर वह धैर्य दिखाते हैं और दूसरे छोर पर अच्छा सपोर्ट करते हैं. पाकिस्तान के खिलाफ एशिया कप में पहले मुकाबले में उन्होंने यह करके भी दिखाया है. जरूरत पड़ने पर वह बेहतरीन फिनिशर की भूमिका भी निभाने में सक्षम हैं.
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स्पिन गेंदबाजी में स्पिन के साथ दिख रही गहराई
स्पिन गेंदबाजी की बात करें तो अनुभवी युजवेंद्र चहल के साथ रविचंद्रन अश्विन भी हैं. स्टैंडबाय विकल्प के तौर पर रवि बिश्नोई को शामिल किया गया है. अक्षर पटेल भी टीम में हैं तो ऐसे में स्पिन गेंदबाजी विभाग भी मजबूत दिख रहा है. चहल और अश्विन को ऑस्ट्रेलियाई पिचों पर खेलने का अनुभव भी है.
ऑलराउंडर के तौर पर जडेजा की कमी खलेगी?
रवींद्र जडेजा बेहतरीन ऑलराउंडर हैं और उनके टीम में नहीं होने की कमी जरूर खलेगी. हालांकि अगर सिर्फ ऑलराउंडर की बात की जाए तो टीम में पर्याप्त विकल्प हैं. हार्दिक पंड्या इस साल लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं. दूसरी ओर अक्षर पटेल हैं जिनके पास बतौर ऑलराउंडर टी20 खेलने का अच्छा अनुभव है.
दीपक हुड्डा टी20 में शतक जमा चुके हैं और कप्तान उन्हें परिस्थितियों के हिसाब से गेंद भी थमा सकते हैं. विकेट निकालने की क्षमता वह रखते हैं. अनुभवी अश्विन भी टीम में हैं तो ऐसे में कह सकते हैं कि कप्तान रोहित शर्मा और कोच राहुल द्रविड़ के पास ऑलराउंडर के लिए पर्याप्त और मजबूत विकल्प हैं.
टॉप ऑर्डर की कमजोरी कहीं भारी न पड़ जाए
अगर टॉप ऑर्डर की बात की जाए तो एशिया कप में टीम इंडिया के लिए सबसे बड़ी राहत की बात है रन मशीन विराट कोहली का पुरानी फॉर्म में लौटना. कोहली ने एशिया कप में एक शतक और दो अर्धशतक लगाकर अपने तेवर दिखा दिए हैं.
केएल राहुल रन बनाने के लिए संघर्ष करते दिखे थे लेकिन अफगानिस्तान के खिलाफ उन्होंने भी दिखा दिया कि उनमें क्रिकेट की कितनी समझ है. कप्तान और कोच का भरोसा यूं ही उन पर नहीं है. सूर्यकुमार यादव भी अच्छी फॉर्म में है. खुद रोहित शर्मा ने भी एक अर्धशतक लगाया है. ऑस्ट्रेलियाई पिचों पर खेलने का अनुभव तीनों सीनियर खिलाड़ियों के पास है.
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