डीएनए हिंदी: विराट कोहली का बल्ला शांत है. 1000 से अधिक दिन हो गए हैं उन्हें शतक बनाए हुए लेकिन इतिहास में जो भी विराट ने किया है उसकी गुंज आज भी सुनाई देती है. यही वजह है कि विराट न फील्ड में हैं और न फॉर्म में हैं फिर भी लगातार चर्चा में बने हुए हैं. इस बार वो अपनी शानदार फील्डिंग की वजह से चर्चा में आए हैं. भारत के पूर्व फील्डिंग कोच आर श्रीधर ने खुलासा किया है कि कोहली शुरुआत में एक अच्छे स्लिप कैचर नहीं थे, उन्होंने सालों तक मेहनत की और तब जाकर एक अच्छे फील्डर बन पाए.
श्रीधर ने बताया. "विराट कोहली लगातार अभ्यास करने के बाद भारत के बेहतर स्लिप फील्डर्स में से एक बन गए हैं. वह शुरू में बहुत अच्छे स्लिप फील्डर नहीं थे, हालांकि वो बहुत फुर्तिले थे. ऐसा नहीं है कि वह अब फुर्तिले नहीं हैं. वह अभी भी बहुत फुर्तिले है लेकिन वह अब ये समझते हैं कि कैसे उन्हें शांत होना है और एनर्जी का सही प्रयोग कहां करना है. ये सब अभ्यास करने की वजह से हो पाया है."
खेल की दुनिया में नहीं है इन 5 हॉट महिलाओं का कोई मुकाबला, फैन फॉलोइंग में क्रिकेटरों से भी आगे
श्रीधर ने बताया कि कोहली को किसी भी सेशन में कोई भी थका नहीं सकता है. ऐसे उदाहरण देखने को मिलेंगे, जब वह थक जाएंगे लेकिन विराट धीमा होने के कोई संकेत नहीं दिखाएंगे और आगे जारी रखने की इच्छा दिखाएंगे. "जब मैं थक जाता था तो मैं कहता था'विराट, बस इतना ही' लेकिन वह पूछते थे 'क्यों, आप थक गए हैं? मैं और कैच पकड़ना चाहता हूं." कुछ दिन ऐसे होते हैं जहां वह सेशन में 100 से अधिक कैच पकड़ते थे. मैं उनका यह नजारा अपने साथ मरते दम तक याद रखना चाहता हूं."
विराट कोहली ने यहां तक पहुंचने के लिए वाकई बहुत मेहनत की है और कई शानदार रिकॉर्ड बनाए हैं. यूएई में होने वाले एशिया कप 2022 में उनकी वापसी हो रही है और उम्मीद है कि वो अपने रंग में नजर आएं.
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर
- Log in to post comments
भारत के पूर्व फील्डिंग कोच आर श्रीधर ने किया बड़ा खुलासा, कहा- 'शुरुआत में ऐसे नहीं थे विराट कोहली'