डीएनए हिंदी: वर्ल्डकप 2023 के 24वें मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया और नीदरलैंड्स का दिल्ली में आमना सामना हुआ. ऑस्ट्रेलिया ने टॉस जीतकर पहले बैटिंग करने का फैसला किया. कंगारू टीम ने शुरू से ही डच टीम पर दबाव बनाया और सभी गेंदबाजों की बराबर धुनाई की. ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों ने खासकर नीदरलैंड्स के ऑलराउंडर बस डलीडो को निशाना बनाया और उनके 10 ओवर में 115 रन कूट दिए. यह वनडे इतिहास में किसी भी गेंदबाज का सबसे महंगा स्पेल है. बस डलीडे से पहले उनके पिता टीम डलीडे भी ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वर्ल्डकप में खेल चुके हैं. टिम ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दो वर्ल्डकप मैच खेला था और कंगारूओं को खासा परेशान किया था.
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टिम डलीडे ने 2003 और 2007 वर्ल्डकप में ऑस्ट्रेलिया को किया था परेशान
ऑस्ट्रेलिया और नीदरलैंड्स के बीच पहला वनडे मैच 2003 वर्ल्डकप के दौरान खेला गया था. बारिश के कारण यह मैच 36-36 ओवरों का हो रहा था. नीदरलैंड्स ने टॉस जीतकर पहले बॉलिंग करना का फैसला किया. हालांकि नीदरलैंड्स की टीम दो ही विकेट चटका पाई. दोनों विकेट टिम डलीडे ने लिए. उन्होंने दोनों ऑस्ट्रेलियाई ओपनरों का विकेट झटका और सात ओवर में सिर्फ 35 रन दिए. ऑस्ट्रेलियाई टीम ने अपनी गेंदबाजी की बदौलत 170 रन को डिफेंड कर लिया. टिम डलीडे ने बल्ले से भी योगदान दिया और 24 रन बनाए.
2007 वर्ल्डकप में एक बार फिर ऑस्ट्रेलिया और नीदरलैंड्स की भिड़ंत हुई. कंगारूओं ने पहले बैटिंग करते हुए भले ही 358 रन ठोक दिए, लेकिन वे टिम डलीडे को नहीं मार पाए. टिम ने एक बार फिर ऑस्ट्रेलिया के दोनों ओपनरों का शिकार किया और अपने 10 ओवर के स्पेल में एक मेडन डालते हुए सिर्फ 40 रन दिए. इसके बाद ऑस्ट्रेलिया ने नीदरलैंड्स को सिर्फ 129 रन पर समेट करके मुकाबले को 229 रन से जीत लिया. हालांकि उनके मन में टिम डलीडे के प्रति टीस जरूर रही होगी.
ऑस्ट्रेलिया ने टिम डलीडे बेटे से बदला पूरा किया और अपने गेंदबाजों के शर्मनाक रिकॉर्ड को भी कवर किया
ऑस्ट्रेलिया ने बस डलीडे के पहले 9 ओवरों में 87 रन ठोक दिए थे. इस बीच बस डलीडे ने दो विकेट भी झटके थे. ऑस्ट्रेलियाई पारी के 48वें ओवर में वह अपना आखिरी ओवर लेकर आए. विस्फोटक ऑलराउंडर ग्लेन मैक्सवेल ने पहली पांच गेंदों पर पांच बाउंड्री लगा दिए. जिसमें से आखिरी तीन गेंदें हवाई रास्ते से सीमारेखा के बाहर गई. मैक्सवेल ने इसी ओवर में 40 गेंदों में शतक जड़ा. यह वर्ल्डकप में सबसे तेज शतक का रिकॉर्ड है. बस डलीडे को उस ओवर में 28 रन पड़े और उनका स्पेल 10 ओवर में 115 रन पर खत्म हुआ, जो वनडे का सबसे महंगा स्पेल है. इससे पहले वनडे में सबसे ज्यादा रन देने का अनचाहा रिकॉर्ड दो ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों के नाम था. मिक लेविस (2006) और ऐडम जैम्पा (2023) दोनों ने साउथ अफ्रीका के खिलाफ 113 रन लुटाए थे.
मैच में क्या हुआ?
ऑस्ट्रेलिया ने डेविड वॉर्नर और ग्लेन मैक्सवेल के रिकॉर्ड शतकों की मदद से 399 रन का बड़ा स्कोर खड़ा किया. फिर गेंदबाजों के एकजुट प्रदर्शन से नीदरलैंड्स को 90 रन पर ढेर करके वर्ल्डकप इतिहास की सबसे बड़ी जीत दर्ज की.
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ऑस्ट्रेलिया ने बेटे से लिया पिता का बदला, जमकर की धुनाई, बन गया वर्ल्ड रिकॉर्ड