हनुमान चालीसा भगवान हनुमान को समर्पित 40 पंक्तियों का पाठ है. ऐसा माना जाता है कि हनुमान चालीसा का जाप करने से व्यक्ति को जल्द ही भगवान हनुमान की कृपा प्राप्त होती है. कहा जाता है कि हनुमान चालीसा का पाठ करने से व्यक्ति पर लगा शनि दोष दूर हो जाता है और उसे शनि की कृपा प्राप्त होती है. हनुमान चालीसा एक प्रभावशाली मंत्र है और इसके जप की अपनी रीति-नीति है.
 
हनुमान चालीसा का पाठ करते समय इसके नियमों को ध्यान में रखने से आपको लाभ होगा. हनुमान चालीसा का पाठ अधिकतर मंगलवार और शनिवार को किया जाता है. वहीं नियम है कि कुछ निश्चित समय पर हनुमान चालीसा का पाठ नहीं करना चाहिए. क्या आप जानते हैं हमें हनुमान चालीसा का पाठ कब नहीं करना चाहिए?

1. हनुमान चालीसा का जाप करने से लाभ

1- हनुमान चालीसा का जाप करने से व्यक्ति को सभी प्रकार के भय और परेशानियों से मुक्ति मिलती है.

2- हनुमान चालीसा का पाठ करने से शनि दोष, साढ़ेसाती शनि दोष और अन्य ग्रह संबंधी समस्याएं दूर हो जाती हैं.

3- इस स्तोत्र का पाठ करने से अपार साहस प्राप्त होता है.

4- शारीरिक और मानसिक सहनशक्ति में वृद्धि.

5- इसका पाठ करने से रोग या स्वास्थ्य संबंधी परेशानियां दूर हो जाएंगी.

6- नकारात्मक ऊर्जा से छुटकारा.

2. हनुमान चालीसा का पाठ कब नहीं करना चाहिए?

हनुमान चालीसा का पाठ कहीं भी, कभी भी नहीं किया जा सकता. इस गलती को करने से व्यक्ति को हनुमान चालीसा का जाप करने से जो सकारात्मक ऊर्जा मिलनी चाहिए उसकी जगह नकारात्मक परिणाम मिलते हैं. उन्हें कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है. इसके अलावा घर में किसी की मृत्यु के समय , मांस-मदिरा के सेवन के समय या सूतक के समय भी हनुमान चालीसा का पाठ नहीं करना चाहिए. ध्यान रखें कि अगर ये गलतियां की गईं तो हमें आर्थिक समस्याओं का सामना करना पड़ेगा और जो काम हम करने जा रहे हैं उसमें रुकावटें आएंगी.

3. हनुमान चालीसा का पाठ कैसे करें?

1-आप रोजाना हनुमान चालीसा का पाठ कर सकते हैं. यदि यह संभव न हो तो केवल मंगलवार या शनिवार को ही इसका पाठ किया जा सकता है. 

2-शारीरिक शुद्धि के बाद ही हनुमान चालीसा का जाप करने बैठना चाहिए .

 3-जिस स्थान पर बैठकर हनुमान चालीसा का पाठ करें वह स्थान साफ-सुथरा होना चाहिए.

4-केसरिया या लाल रंग का कपड़ा बिछाकर उस पर बैठकर पाठ करना चाहिए.

5- हनुमान चालीसा का पाठ करने से पहले और बाद में राम का ध्यान करना चाहिए. फिर भगवान हनुमान का पाठ शुरू करें.

6-पाठ करने के बाद अचानक न उठें. कुछ देर राम और हनुमान का ध्यान करके उठना चाहिए.

अगर आप हनुमान चालीसा का पाठ करने जा रहे हैं तो आपको ऐसे समय में जप के उचित नियमों को जानकर ही इसका पाठ करना चाहिए. हनुमान चालीसा का सही तरीके से जाप करने से आपको ही लाभ होगा.

(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ से परामर्श करें.)  

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When should Hanuman Chalisa not be recited at home? Benefits of Hanuman puja on Tuesday-Saturday rule
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अगर घर में ऐसा हो तो भूलकर भी हनुमान चालीसा का पाठ न करें
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Hindi
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कब हनुमान चालीसा नहीं पढ़ना चाहिए?
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कब हनुमान चालीसा नहीं पढ़ना चाहिए?

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अगर घर में ऐसा हो तो भूलकर भी हनुमान चालीसा का पाठ न करें 

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