डीएनए हिंदी: शनिदेव न्याय के देवता माने गए हैं. यदि शनिदेव किसी पर कुपित दृष्टि डाल देते हैं किसी का भी जीवन मृत्यु समान हो जाता है. शनिदेव की वक्र दृष्टि से इस भगवान शंकर तक नहीं बच सके थे. भगवान शिव तक से शनिदेव क्योंंकि नाराज हो गए थे और इसके पीछे क्या पौराणिक कथा है, चलिए जाने.  

यह भी पढ़ें: Vastu Dosh : ये 6 संकेत बताते हैं घर या दफ्तर में है वास्तु दोष

ये है पौराणिक कथा
भगवान भोलेनाथ पर शनिदेव की वक्रदृष्टि को लेकर एक पौराणिक कथा प्रचलित है. कथा के अनुसार एक बार शनिदेव अपने आराध्य भोलेनाथ के दर्शनों के लिए कैलाश पर्वत पर पहुंचे थे. उन्होंने भगवान भोले को प्रणाम कर पहले उनसे आशीर्वाद लिया फिर शनिदेव ने भगवान शिव को विनम्र भाव से बताया कि कल आपकी राशि में मेरी वक्र दृष्टि पड़ने वाली है. इस पर भोलेनाथ आश्चर्यचकित हुए और पूछा कि कितने वक्त के लिए शनिदेव की दृष्टि उनकी राशि में रहेगी.

इस पर शनिदेव ने सवा प्रहर तक ऐसा रहने की बात कही. शनिदेव की बात सुनकर भगवान भोलेनाथ उनकी कुदष्टि से बचने का उपाय सोचने लगे और अगले दिन वे कैलाश पर्वत से पृथ्वी पर आ गए. इस दौरान उन्होंने वक्र दृष्टि से बचने के लिए हाथी का रूप धर लिया. सूर्यास्त के बाद जब वक्र दृष्टि का प्रहर बीत गया तो शिव जी दोबारा अपने वास्तविक रूप में आ गए और प्रसन्न होकर कैलाश पर्वत पर लौट गए.

यह भी पढ़ें: रामा या श्‍यामा तुलसी कौन है बेहतर, इन्हें किस दिन लगाना होता है शुभ

जब शिव जी कैलाश पर्वत पर पहुंचे तो वहां पहले से ही शनिदेव विराजमान थे. इस पर शिवजी ने शनिदेव को देखकर कहा कि आपकी वक्रदृष्टि का मुझ पर असर नहीं हुआ है .इस पर शनिदेव ने प्रभु से क्षमा मांगते हुए कहा कि मेरी वक्र दृष्टि के ही कारण आपको देव योनि से पशु योनि में पृथ्वी लोक पर इतने वक्त तक वास करना पड़ा है. शनि देव की ये बात सुनकर भगवान भोलेनाथ मुस्कुरा दिए और उन्हें अपना आशीर्वाद दिया.

देश-दुनिया की ताज़ा खबरों पर अलग नज़रिया, फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगलफ़ेसबुकट्विटर और इंस्टाग्राम पर.

 

Url Title
When Mahadev could not escape from Shanis curse, read Shivji and Shani interesting story
Short Title
जब भगवान शिव पर भारी पड़ गए थे शनिदेव
Article Type
Language
Hindi
Page views
1
Embargo
Off
Image
Image
शिवजी से जब शनिदेव हो गए थे नाराज
Caption

शिवजी से जब शनिदेव हो गए थे नाराज

Date updated
Date published
Home Title
Shivji and Shani Dev's enmity: जब शनिदेव की वक्र दृष्टि से महादेव भी नहीं बच सके थे, पढ़िए ये रोचक कथा