डीएनए हिंदी: हिंदू पंचांग के अनुसार, साल में 24 एकादशी (Ekadashi) तिथि होती हैं. पंचांग के अनुसार, हर माह में दो एकादशी तिथि होती है. एकादशी (Ekadashi) तिथि पर पूजा और व्रत (Ekadashi Puja Or Vrat) का विशेष महत्व होता है. एकादशी (Ekadashi) पर भगवान विष्णु की पूजा के लिए व्रत रखा जाता है. अब फाल्गुन माह की कृष्ण पक्ष एकादशी तिथि आने वाली है. फाल्गुन माह की कृष्ण पक्ष एकादशी (Ekadashi) पर विजया एकादशी (Vijaya Ekadashi) का व्रत रखा जाता है. विजया एकादशी पर व्रत करने से सभी कार्यों में सफलता मिलती है और शत्रुओं पर विजया प्राप्त होती है. तो चलिए विजया एकादशी की तारीख, पूजन और व्रत के बारे में जानते हैं.
विजया एकादशी 2023 व्रत मुहूर्त (Vijaya Ekadashi 2023 Vrat Muhurat)
विजया एकादशी तिथि की शुरूआत 16 फरवरी 2023 को यानी आज सुबह 5 बजकर 32 मिनट पर होगी. एकादशी तिथि का समापन अगले दिन 17 फरवरी को रात्रि 2 बजकर 49 मिनट पर होगा. विजया एकादशी का व्रत पारण समय 17 फरवरी को सुबह 8 बजकर 1 मिनट से शुरू होकर 9 बजकर 13 मिनट पर समाप्त हो जाएगा. इस मुहूर्त में पारण करना शुभ होगा.
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विजया एकादशी महत्व (Vijaya Ekadashi 2023 Significance)
विजया एकादशी का व्रत करने से शत्रुओं पर विजय प्राप्त होती है. आज भगवान विष्णु की पूजा अर्चना करने से सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती है. महाभारत काल में श्रीकृष्ण ने स्वयं इस व्रत के बारे में युधिष्ठिर को बताया था. विजया एकादशी का व्रत रखने से मोक्ष की प्राप्ति होती है यानी जीवन मरण के चक्र से मुक्ति मिल जाती है.
भगवान श्रीराम ने भी रखा था विजया एकादशी का व्रत
पौराणिक ग्रंथों के अनुसार, जब प्रभु श्रीराम पर संकट आया था तब उन्होंने भी विजया एकादशी पर व्रत किया था. भगवान श्री राम ने विजया एकादशी पर विधिपूर्वक भगवान विष्णु का पूजन किया था. लंका विजय और रावण पर जीत पाना इसी व्रत का पुण्य फल था. इसी व्रत के कारण भगवान श्रीराम को वियज प्राप्त हुई थी.
विजया एकादशी शुभ संयोग में करें पूजा (Vijaya Ekadashi Shubh Sanyog)
एकादशी व्रत पर भगवान विष्णु की पूजा अर्चना की जाती है. इस साल का विजया एकादशी व्रत गुरुवार के दिन पड़ रहा है. गुरुवार का दिन विष्णु की पूजा के लिए महत्व रखता है. ऐसे में विजया एकादशी पर 16 फरवरी यानी कल व्रत करके आप पुण्य फल प्राप्त कर सकते हैं. इस दिन व्रत करने से बृहस्पति ग्रह भी मजबूत होता है.
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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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कार्य सफलता के लिए आज विजया एकादशी पर रखें व्रत, प्रभु श्रीराम ने भी किया था एकादशी पूजन