डीएनए हिंदीः उज्जैन के महाकाल लोक (Mahakal-Lok) में भक्तों के लिए वृहत पैमाने पर प्रसाद बनाने की व्यवस्था चल रही है. मंदिर के सामने ही नए भोजनशाला का निर्माण चल रहा है़ जो कुछ महीनों मे तैयार हो जाएगा. महाकाल मंदिर (Mahakal Temple) के नये अन्न क्षेत्र को इस तरह डिजाइन किया गया है कि इसमें दो फ्लोर होंगे.
देश के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक महाकालेश्वर मंदिर में लाखों की तादाद में श्रद्धालु दर्शन के लिए उज्जैन आते हैं. महाकाल लोक के लोकार्पण के बाद से यहां आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ गई है. महाकाल मंदिर जल्द ही पूरी तरह हाईटेक हो जाएगा. अब इसमें विशाल अन्न क्षेत्र बनाया जा रहा है. ये शिर्डी और तिरुपति मंदिर से भी ज्यादा ऑटोमेटिक और विशाल होगा.
अब मंदिर में देश की सबसे आधुनिक भोजशाला तैयार की जा रही है. ये शिर्डी और तिरुपति से भी ज्यादा बड़ी होगी. बाबा के दरबार में दर्शन के लिए आने वाले भक्तों को भोजन-प्रसादी का लाभ मिल सकेगा. यहां अत्याधुनिक और ऑटोमेटिक किचन और डाइनिंग रूम बनाया जाएगा. जिसमें लगभग 6000 हजार भक्त एक साथ बैठकर खाना खा सकेंगे. भोजनशाला में एक साथ 6000 श्रद्धालु बैठकर खाना खा सकेंगे.
महाकाल मंदिर का आधुनिक किचन पूरी तरह सीएनजी पर चलेगा. ये ऑटोमोडेड रहेगा. बड़े-बड़े वैजल्स रहेंगे. दाल, चावल, सब्जियों के लिए टाइमर सेट रहेगा, ऑटोमेटिक चपाती मशीन होगी, कोल्ड स्टोरेज होगा, इसमें डिश वॉशर भी रहेंगे.
बता दें कि उज्जैन में रोज करीब एक लाख से अधिक लोग भोजन कर लें, इतना भोजन तैयार होगा. शिर्डी, तिरुपति बालाजी और बंगला साहेब सहित अन्य तीर्थ स्थलों पर जो किचन चलते हैं, वैसा ही उज्जैन में रसोईघर तैयार किया जा रहा. भरपेट भोजन की व्यवस्था के लिए अत्याधुनिक भोजनशाला का निर्माण किया जा रहा है.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर
- Log in to post comments
शिर्डी और तिरुपति से भी बड़ा होगा महाकाल मंदिर का प्रसादशाला, ऑटोमेटिक किचन-डाइनिंग रूम जानिए क्या-क्या होगा