डीएनए हिंदी: बात जब भी भगवान कृष्ण होती है तो उनकी गोपियों और पत्नियों का जिक्र जरूर आता है और कहा जाता है कि कान्हा की 16108 रानियां थीं और उनके 1 लाख 61 हजार पुत्र थे. तो चलिए इसके पीछे क्या सच्चाई है यह जान लें.
असल में भगवान श्रीकृष्ण ने केवल आठ शादियां की थीं. उन रानियों को पटरानी कहा जाता था. कृष्ण ने प्रेम विवाह ही नहीं, राक्षस विवाह भी किया था. कब औन किन परिस्थितियों में उनके ये विवाह हुए चलिए जानें.
यह भी पढ़ें: Krishna Janmashtami 2022: श्रीकृष्ण को प्रिय हैं ये चीजें, जन्माष्टमी पर पूजा में जरूर करें शामिल
पौराणिक कथाओं में भगवान कृष्ण की 16108 पत्नियों और उनके डेढ़ लाख से भी ज्यादा पुत्रों का जिक्र है. असल में जब दानव भूमासुर अमर होने के लिए 16 हजार कन्याओं की बलि देने जा रहा था तब भ्भगवान श्रीकृष्ण ने इन कन्याओं को उसके चुंगल से मुक्त करा के उनके घर भेजा था लेकिन जब ये घर गई तो इनके परिवार वालों ने उनके चरित्र पर शक कर उन्हें अपनाने से इंकार कर दिया.
तब श्रीकृष्ण ने 16 हजार रूप धारण किए थे और इन कन्याओं से विवाह किया था. असल में कृष्ण ने केवल 8 ही पत्नियां रुक्मणि, जाम्बवन्ती, सत्यभामा, कालिन्दी, मित्रबिन्दा, सत्या, भद्रा और लक्ष्मणा ही थीं.
यह भी पढ़ें: Krishna Janmashtami 2022: जन्माष्टमी पर इस मंदिर में होता है राधा-कृष्ण का 100 करोड़ के गहनों से श्रृंगार
इन आठ रानियों से हर एक से कृष्ण को 10 बेटे हुए. यानि कुल मिलाकर उन्हें अपनी इन पत्नियों से 80 पुत्र मिले थे. उनकी पत्नियों को अष्टा भार्या कहा जाता था. श्रीकृष्ण के सबसे बड़े पुत्र का नाम प्रद्युम्न था. प्रद्युम्न कामदेव के अवतार माने जाते हैं. हालांकि शम्बराशुर नाम के दैत्य ने उसका अपहरण करके उसकी हत्या करनी चाही लेकिन वो बच गए. बाद में उनके बेटे अनिरुद्ध को कृष्ण ने अपना उत्तराधिकारी बनाया.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इं
- Log in to post comments
Krishna Janmashtami 2022 : जानिए कृष्ण की 16,108 गोपियों और प्रेमिकाओं का पूरा सच