डीएनए हिंदी: मुश्किलें सभी के सामने आती हैं. इन्हें दूर करने के लिए सबके तरीके अलग होते हैं. कुछ लोग बात करके केवल अपनी समस्या को बड़े से बड़ा बना लेते हैं तो वहीं कुछ लोग अपने व्यवहार और विचार से ही समस्या को दूर कर लेते हैं. इसे लेकर तुलसीदास जी ने एक दोहा भी लिखा है-
तुलसी साथी विपत्ति के विद्या, विनय, विवेक।
साहस सुकृति सुसत्याव्रत राम भरोसे एक।।
मतलब तुसलीदास जी कहते हैं कि विपत्ति में यानी मुश्किल में ये 7 गुण इंसान का साथ देते हैं. ये गुण हैं ज्ञान, विनम्रता, विवेक, साहस, अच्छे कर्म, सच, भगवान में आस्था. चलिए जानते हैं कि ये गुण आपको संकट से कैसे बचा सकते हैं.
ज्ञान - यह केवल आपकी पढ़ाई-लिखाई ही नहीं आपके जीवन का अनुभव भी होता है. अगर जिंदगी की घटनाओं और अनुभव से सीख लें तो कई मुसीबतों से बच सकते हैं या उनका हल निकाल सकते हैं.
विनय - विनय का मतलब होता है विनम्रता और इस गुण से आप किसी भी जंग को जीत सकते हैं. हर बात पर झगड़ा या खुद को सही साबित करने के लिए बहस करना सही तरीका नहीं है.
विवेक - विवेक का मतलब है बुद्धि, यह आपको सही फैसले लेने की क्षमता देती है. इस गुण की मदद से आप मुश्किलों को पहले ही भांप सकते हैं और समय रहते सुलझा सकते हैं.
साहस - साहस आपको किसी भी समस्या से बाहर निकलने या उससे बचने में मदद करता है. साहस की मदद से आप बड़ी से बड़ी मुसीबत से बचकर निकल सकते हैं.
अच्छे कर्म - हमारे धर्म हमें सिखाते हैं कि अच्छे कर्म बहुत अहम होते हैं. अगर हम किसी के लिए बुरा सोचते हैं या बुरा करते हैं तो इसका नेगेटिव असर हम पर भी पड़ता है. हमेशा ऐसे काम करें जिससे आपका दिमाग शांत रहे, किसी तरह की परेशानी या उथल-पुथल न हो.
सच बोलना - सच बोलने की आदत तो हर मामले में आपके काम आती है. सच की मदद से आप हमेशा सहज रह सकते हैं. आपको अपनी बातों का रिकॉर्ड रखने की जरूरत नहीं. यह आपको अनचाही परिस्थितियों से बचा सकता है.
भगवान में आस्था - अगर आप भगवान में भरोसा में करते हैं तो उनके प्रति आस्था आपको मुसीबत के अंधेरे में भी रौशनी की किरण दिखा सकती है. इसलिए अपने आराध्य पर भरोसा करें और कर्म करें.
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