डीएनए हिंदी: अयोध्या रामलला की प्राण प्रतिष्ठा में सिर्फ दो दिन शेष हैं. देश भर में राम मंदिर का उत्साह है. 22 जनवरी दिन सोमवार को भगवान राम की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी. यह दिन भगवान शिव के प्रिय दिनों में से एक है. माना जाता है कि भगवान श्री राम शिव की कृपा पानें के लिए वनवास के दौरान उनके सबसे प्रिय पौधे शमी की पूजा किया करते थे. श्री राम ने रावण के विरुद्ध युद्ध शुरू करने से पहले सनातन धर्म में सभी कष्टों से छुटकारा पाने के लिए शमी के पौधे की पूजा की थी. इसी के बाद के युद्ध किया. पौराणिक कथाओं में भी इसका वर्णन किया गया है. मान्यता है कि पूजन.हवन के दौरान शमी के पत्तों का इस्तेमाल करने से वातावरण शुद्ध होता है. आइए जानते हैं घर में वास्तु के अनुसार शमी का पौधा लगाने के फायदेण्ण्ण्
शिव को बेहद प्रिय है शमी
भगवान शिव को शमी का पौधा बेहद प्रिय है. इस पौधे की पूजा अर्चना करने से भगवान शिव प्रसन्न होते हैं. मान्यता है कि शिवलिंग पर शमी के पत्ते अर्पित करने से जीवन के सभी कष्ट और दुख दूर हो जाते हैं. इनसे घर मेंसुख शांति आती है.
शनि देव के प्रकोप से मिलती है मुक्ति
मान्यता है कि शमी के पौधे की पूजा करने और इसके पत्तों को भगवान शिव को चढ़ाने से शनि दोष से मुक्ति मिलती है. शनि का नकारात्मक प्रभाव कम हो जाता है, धन से लेकर स्वास्थ्य संबंधित समस्याएं दूर हो जाती है. शमी के पौधे की पूजा करने से बड़ी राहत मिल सकती है. शमी का पौधा घर में लगाने से जीवन के सभी अशुभ प्रभावों से राहत मिलती है. यह बेहद लाभकारी होता है.
सुख और समृद्धि का प्रतीक
घर में शमी का पौधा लगाना बेहद शुभ होता है. इस पौधे को सुख और समृद्धि का प्रतीक माना जाता है. वास्तु के अनुसार शमी के पौधे को घर के मुख्यद्रवार पर ईशान कोण में लगाना शुभ होता है. यह धन से जुड़ी समस्याओं को दूर कर देता है. यह जीवन में सुख समृद्धि और खुशहाली लाता है.
वैवाहिक जीवन में आती है खुशहाली
शमी के पौधे की पूजा करने से शादी विवाह में आ रही परेशानियां दूर हो जाती है. वैवाहिक जीवन में खुशहाली आती है. पति पत्नी में अच्छे योग बनते हैं.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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14 साल के वनवास और रावण से युद्ध करने से पहले भगवान श्री राम ने की थी इस पौधे की पूजा, भगवान शिव का है प्रिय