डीएनए हिंदीः Shaligram Puja Vidhi Or Niyam Follow These Rules Keeping Shaligram At Home - धर्म शास्त्रों के अनुसार शालिग्राम भगवान विष्णु का विग्रह स्वरूप है. शालिग्राम काले रंग के गोल चिकने पत्थर के स्वरूप में होते हैं. सनातन धर्म मानने वाले ज्यादातर लोगों के घरों में पूजा स्थान पर शालिग्राम जी स्थापित होते हैं. शास्त्रों के अनुसार, जिन घरों में शालिग्राम जी स्थापित होते हैं और नियमानुसार उनकी पूजा की जाती है, उन घरों में भगवान विष्णु की कृपा हमेशा बनी रहती है. ऐसे में अगर आपके घर में भी शालिग्राम जी हैं, तो कुछ नियम हैं जिनका ध्यान रखना बेहद जरूरी है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार शालिग्राम जी की पूजा में भूल होने से भगवान विष्णु रुष्ट हो सकते हैं. इसलिए प्रत्येक देवी-देवताओं की तरह शालिग्राम जी के पूजन में भी पूजा से संबंधित नियमों का ध्यान रखना बेहद जरूरी है. यहां आज हम आपको बता रहे हैं शालिग्राम जी की पूजा से जुड़े कुछ नियम..
शालिग्राम के होते हैं कई प्रकार
सनातन धर्म में शालिग्राम का विशेष महत्व है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार शालिग्राम को भगवान विष्णु का विग्रह स्वरूप माना जाता है. शालिग्राम करीब 33 प्रकार के होते हैं, जिसमें से 24 प्रकार के शालिग्राम को श्रीहरि विष्णु के 24 अवतारों से संबंधित माना जाता है. कहा जाता है जिस घर में शालिग्राम जी स्थापित होते हैं और विधिवत तरीके से उनकी पूजा अर्चना की जाती है. उस घर से सभी दुख दर्द दूर होते हैं और भगवान विष्णु का वास होता है.
यह भी पढ़ें- शालिग्राम की पूजा से ग्रह से लेकर पितृदोष तक सब होता है दूर, यहां मिलती है असली शिला
शालिग्राम पूजन में इन नियमों का रखें खास ध्यान
तुलसी की पत्तियां करें अर्पित
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार घर में स्थापित शालिग्राम की शिला पर रोजाना तुलसी दल या तुलसी की पत्तियां अर्पित करनी चाहिए. मान्यताओं के अनुसार तुलसी विष्णु प्रिया हैं ऐसे में भगवान विष्णु को तुलसी अर्पित करने से व्यक्ति की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं. इसके अलावा शालिग्राम की पूजा में तुलसी का पत्ता भगवान शालिग्राम को अर्पित करने से धन, वैभव का आशीर्वाद प्राप्त होता है.
घर में सिर्फ एक ही शालिग्राम शिला करें स्थापित
धर्म शास्त्रों के अनुसार घर में सिर्फ़ एक ही शालिग्राम की शिला होनी चाहिए. कहा जाता है घर में एक से अधिक शालिग्राम रखने से व्यर्थ के संकट आते हैं और आर्थिक हानियों का सामना करना पड़ सकता है. इसके अलावा पूजा के लिए हमेशा घर साफ सुथरा रखें और शालिग्राम जी को विष्णु जी की तस्वीर या प्रतिमा के पास रखें. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार जिस घर में शालीग्राम की नियमित और शुद्ध भाव से पूजा होती है, वहां लक्ष्मी जी का वास होता है और भगवान विष्णु की कृपा प्राप्त होती है.
पंचामृत से स्नान कराएं
अगर घर में शालिग्राम भगवान हैं तो उन्हें रोज़ पंचामृत से स्नान कराएं. पंचामृत दूध, दही, जल, शहद और घी इन 5 चीजों के मिश्रण से बनाया जाता है. पंचामृत से शालिग्राम जी को स्नान करवाकर इस चरणामृत को प्रसाद स्वरुप ग्रहण करें. स्नान के बाद चन्दन लगाएं और तुलसी दल अर्पित करें. ऐसा करने से भगवान विष्णु की विशेष कृपा दृष्टि बनी रहती है.
यह भी पढ़ें- आज देवउठनी एकादशी पर भूलकर भी न करें काम, पड़ेगी भूल भारी
नियमित होनी चाहिए पूजा
घर में शालिग्राम हैं तो उनकी नियमित पूजा होनी चाहिए. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार घर के पुरुष ही शालिग्राम की पूजा करते हैं, लेकिन स्त्रियां भी शालिग्राम भगवान की पूजा कर सकती हैं, यदि घर में कोई मृत्यु हुई हो जिसकी वजह से पूजा न की जाए तब भी आप शालिग्राम की शिला की पूजा किसी अन्य रिश्तेदार से करवा सकते हैं.
मांस-मदिरा का सेवन है वर्जित
शालिग्राम की पूजा करते समय या शालिग्राम की शिला घर में रखते समय मांस -मदिरा का सेवन नहीं करना चाहिए. ऐसा करने से धन हानि हो सकता है और घर में ग्रह कलेश बढ़ता है.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों पर अलग नज़रिया, फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर.
- Log in to post comments
घर में हैं शालिग्राम तो इन नियमों का रखें खास ख्याल, श्रीहरि होंगे प्रसन्न