डीएनए हिंदीः धार्मिक मान्यता के अनुसार प्रत्येक महीने की शुक्ल पक्ष अष्टमी तिथि को दुर्गा अष्टमी (Masik Durga Ashtami 2023) का व्रत रखा जाता है. यह दिन देवी दुर्गा की पूजा-अर्चना के लिए बहुत ही खास होता है. इस बार सावन की शुक्ल पक्ष अष्टमी (Sawan Durga Ashtami 2023) आज 26 जुलाई 2023 को है. सावन महीने की यह दुर्गा अष्टमी (Sawan Durga Ashtami 2023) अधिकमास में पड़ रही है. अधिकमास में दुर्गा अष्टमी का खास महत्व होता है. अधिकमास या मलमास में दुर्गा अष्टमी (Malmas Durga Ashtami 2023) के दिन मां जगदंबा की पूजा करने से जातक का जीवन सुखमय होता है. जीवन में सुख-समृद्धि के लिए जातक को सावन की इस दुर्गा अष्टमी की व्रत (Malmas Durga Ashtami 2023) करना चाहिए. तो चलिए आपको मलमास की दुर्गा अष्टमी (Malmas Durga Ashtami 2023) व्रत और इस दिन के लिए शुभ मंत्रों के बारे में बताते हैं.
सावन दुर्गा अष्टमी 2023 पूजा मुहूर्त और विधि (Sawan Durga Ashtami 2023 Shubh Muhurat And Puja Vidhi)
सावन महीने की दुर्गा अष्टमी तिथि 25 जुलाई को दोपहर 3ः09 से शुरु हो चुकी है जो आज 26 जुलाई को दोपहर 3ः53 तक रहेगी. आज उदयतिथि को महत्व देते हुए दुर्गा अष्टमी का व्रत रखा जाएगा. आज दुर्गाअष्टमी के दिन सुबह स्नान आदि से निवृत होने के बाद व्रत का संकल्प लें और घर में चौकी लगाकर देवी दुर्गा की प्रतिमा स्थापित करें. देवी दुर्गा को लाल फूल और लाल वस्त्र चढ़ाएं. पूजा में दुर्गा चालीसा का पाठ करें.
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सावन मलमास की दुर्गाअष्टमी पर इन मंत्रों का करें जाप (Sawan Durga Ashtami 2023 Mantra Jaap)
शक्ति मंत्र
या देवी सर्वभूतेषु शक्तिरूपेण संस्थिता,
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः
या देवी सर्वभूतेषु लक्ष्मीरूपेण संस्थिता,
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः
या देवी सर्वभूतेषु दयारूपेण संस्थिता,
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः
या देवी सर्वभूतेषु बुद्धिरूपेण संस्थिता,
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः
या देवी सर्वभूतेषु शांतिरूपेण संस्थिता,
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः
या देवी सर्वभूतेषु तुष्टिरूपेण संस्थिता,
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः
या देवी सर्वभूतेषु मातृरूपेण संस्थिता,
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः
धन प्राप्ति मंत्र
दुर्गे स्मृता हरसि भीतिमशेषजन्तो:
स्वस्थै: स्मृता मतिमतीव शुभां ददासि
दारिद्र्यदु:खभयहारिणि का त्वदन्या
सर्वोपकारकरणाय सदाऽऽर्द्रचित्ता
इस मंत्र का करें जाप
सर्वमंगल मांगल्ये शिवे सवार्थ साधिके
शरण्येत्र्यंबके गौरी नारायणी नमोस्तुते
या देवी सर्वभूतेषु मां दुर्गा-रूपेण संस्थिता
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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आज मलमास की दुर्गा अष्टमी पर इस विधि से करें की पूजा, इन मंत्रों के जाप से मिलेगा लाभ