Raja Sankranti 2024: ओडिशा में तीन दिनों को राजा पर्व मनाया जाता है. यह पर्व महिला उत्सव के रूप में मनाया जाता है. इन तीनों दिनों के त्यौहार में नारीत्व का जश्न मनाते हैं. राजा संक्रांति का त्यौहार भगवान जगन्नाथ की पत्नी भूदेवी के सम्मान में मनाते हैं. राजा संक्रांति को ‘रज पर्व या रजो महोत्सव’ के नाम (Raja Festival Odisha) से भी जाना जाता है. यह मॉनसून की शुरुआत में मनाया जाता है. इस साल रजो पर्व 14 जून से 16 जून के बीच मनाया जाएगा.
तीन दिन का होता है रजो महोत्सव
राजा संक्रांति ओडिशा के प्रमुख त्यौहारों में से एक हैं. इस पर्व पर तीन दिनों का उत्सव होता है. इस पर्व का पहला दिन राजा संक्रांति, दूसरा दिन मिथुन संक्रांति और तीसरा दिन भूदाहा या बासी रजा के रूप में मनाया जाता है. रजो महोत्सव में बारिश के मौसम का स्वागत किया जाता है और अच्छी खेती के लिए धरती मां की पूजा की जाती है.
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ऐसे मनाया जाता है उत्सव
ओडिशा में यह मान्यता है कि उत्सव के तीन दिनों के दौरान धरती मां मासिक धर्म से गुजरती हैं. ऐसे में इस दौरान खेती संबंधी कोई भी काम जैसे बुआई, कटाई नहीं किया जाता है. ऐसा भूदेवी को खुश करने के लिए किया जाता है.
पर्व के दौरान महिलाएं और युवतियां नए कपड़े पहनती हैं, झूला झूलती हैं और गीत गाती हैं. इस दौरान महिलाएं घर का कोई काम नहीं करती हैं. त्योहार के आखिरी दिन धरती पर हल्दी का लेप लगाया जाता है और फूल चढ़ाएं जाते हैं. इस दिन भूमि को स्नान कराकर सिंदूर लगाते हैं धरती मां से आशीर्वाद मांगते हैं.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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महिलाओं के खास दिन को ऐसे सेलिब्रेट करता है ओडिशा, खूब मनाते हैं जश्न