डीएनए हिंदी: सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) काशी-विश्वनाथ कॉरिडोर के लोकार्पण के लिए अपने संसदीय क्षेत्र पहुंच गए हैं. इस दौरान मुख्यमंत्री योगी (Yogi Adityanath) और राज्यपाल आनंदीबेन पटेल (Anandiben Patel) ने प्रधानमंत्री की अगवानी की. काशी पहुंचने के बाद पीएम ने कोतवाल कहे जाने वाले काल भैरव मंदिर में पूजा-अर्चना की. इस पावन पर्व पर पूरे वाराणसी को दुल्हन की तरह सजाया गया है.
बता दें कि 33 महीने में तैयार हुए श्री काशी विश्वनाथ धाम का लोकार्पण रेवती नक्षत्र (Revati Nakshatra) में होने जा रहा है. राम मंदिर के लिए मुहूर्त तैयार करने वाले आचार्य गणेश्वर शास्त्री द्राविड़ ने बताया कि 13 दिसंबर को रेवती नक्षत्र में शुभ मुहूर्त प्राप्त हुआ है. रेवती नक्षत्र 13 दिसंबर की दोपहर 01 बजकर 37 मिनट से शुरू होकर 1 बजकर 57 मिनट तक रहेगा और इसी शुभ मुहूर्त में काशी धाम का लोकार्पण किया जाएगा.
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क्या है रेवती नक्षत्र
वैदिक ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, आकाश मंडल में एक तारा समूह को नक्षत्र कहा जाता है. इसमें 27 नक्षत्र होते हैं-अश्विन नक्षत्र, भरणी नक्षत्र, कृत्तिका नक्षत्र, रोहिणी नक्षत्र, मृगशिरा नक्षत्र, आर्द्रा नक्षत्र, पुनर्वसु नक्षत्र, पुष्य नक्षत्र, आश्लेषा नक्षत्र, मघा नक्षत्र, पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र, उत्तराफाल्गुनी नक्षत्र, हस्त नक्षत्र, चित्रा नक्षत्र, स्वाति नक्षत्र, विशाखा नक्षत्र, अनुराधा नक्षत्र, ज्येष्ठा नक्षत्र, मूल नक्षत्र, पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र, उत्तराषाढ़ा नक्षत्र, श्रवण नक्षत्र, घनिष्ठा नक्षत्र, शतभिषा नक्षत्र, पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र, उत्तराभाद्रपद नक्षत्र, रेवती नक्षत्र.
रेवती अंतिम नक्षत्र है जिसका शाब्दिक अर्थ है 'धनवान'. रेवती नक्षत्र के देवता पूषा हैं और इसका स्वामी बुध को माना गया है. यह नक्षत्र मीन राशि में आता है. इस नक्षत्र को बहुत ही शुभ और कल्याणकारी माना गया है. माना जाता है कि इस नक्षत्र में किए गए सभी काम सिद्ध और सफल होते हैं.
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खास होते हैं इस नक्षत्र में जन्म लेने वाले व्यक्ति
कहा जाता है कि रेवती नक्षत्र में जन्म लेने वाले व्यक्ति धनी होते हैं. व्यापार आदि में ऐसे लोग विशेष सफलता प्राप्त करते हैं. इस नक्षत्र में जन्म लेने वाले विषम परिस्थितियों में भी अपना मानसिक संतुलन और धैर्य नहीं खोते हैं, बल्कि परिस्थितियों को ही अपने अनुकूल बना लेते हैं.
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