प्रत्येक नक्षत्र की अपनी-अपनी विशेषताएँ होती हैं. विशाखा नक्षत्र का बहुत महत्व है. बृहस्पति द्वारा शासित इस ग्रह के तहत पैदा हुए लोग ऊर्जा और बुद्धि के स्वामी होते हैं और स्वभाव से बहुत आशावादी होते हैं. उन्हें अंधविश्वास से नफरत है, लेकिन वे परंपराओं का पालन करते हैं और इस कारण से लोग कभी-कभी उन्हें पुराने जमाने का भी कह सकते हैं.
इन्हें पशु-पक्षियों और प्रकृति से बहुत प्रेम होता है. हालाँकि, ये लोग बहुत महत्वाकांक्षी होते हैं और कड़ी मेहनत और दृढ़ संकल्प के माध्यम से अपने लक्ष्य को प्राप्त करने की दिशा में आगे बढ़ते हैं. जानिए विशाखा नक्षत्र में जन्मे लोगों के स्वभाव और व्यक्तित्व से जुड़ी कुछ खास बातें.
विशाखा नक्षत्र के जातकों का करियर
विशाखा नक्षत्र में जन्म लेने वाले लोग बहुत बुद्धिमान होते हैं. ये बोलने में भी बहुत अच्छे होते हैं इसलिए इन्हें इसी क्षेत्र में अपना करियर बनाना चाहिए. वे बड़े खर्चीले भी होते हैं. बैंकिंग और राजनीति के क्षेत्र इनके लिए उपयुक्त होते हैं. वहीं फैशन, मीडिया, ट्रैवलिंग महिलाओं के लिए उपयुक्त क्षेत्र हैं.
विशाखा नक्षत्र के जातकों का वैवाहिक संबंध
विशाखा नक्षत्र में जन्म लेने वाले पुरुष अपनी मां से बहुत जुड़े होते हैं. इस नक्षत्र में जन्मा व्यक्ति आत्मनिर्भर होता है. इनके वैवाहिक जीवन में कोई बाधा नहीं आती. अगर हम महिलाओं की बात करें तो वे काफी परिचित होती हैं. वह अपने पति से भी बहुत प्यार करती है. उनका अपनी सास के साथ भी बहुत अच्छा रिश्ता है.
विशाखा नक्षत्र वालों का स्वास्थ्य
स्वास्थ्य की दृष्टि से पुरुषों को वाहन चलाते समय विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है. बढ़ती उम्र के साथ उन्हें सांस संबंधी समस्याएं भी हो सकती हैं. हालाँकि, कुल मिलाकर उनका स्वास्थ्य अच्छा बना हुआ है. वहीं, महिलाओं को सामान्य कमजोरी के साथ किडनी की समस्या भी हो सकती है. जंक फूड से बचना चाहिए.
विशाखा नक्षत्र के लिए व्यवसाय
स्वाति नक्षत्र में जन्मा व्यक्ति व्यवसाय और सरकारी नौकरियों में भी रुचि रखता है. व्यवसाय, रेडियो जॉकी, मीडिया और फैशन डिजाइनर कुछ ऐसे सामान्य क्षेत्र हैं जिनमें इन लोगों की रुचि होती है. ये लोग न्याय प्रिय भी होते हैं लेकिन कभी-कभी ये उग्रवादी भी हो सकते हैं और जुलूसों में भाग ले सकते हैं.
विशाखा नक्षत्र से सम्बंधित उपाय
सुबह विशाखा नक्षत्र में स्नान करके भगवान विष्णु की पूजा करें और पूजा के समय सवा किलो चने की दाल भगवान के चरणों में रखें. पूजा के बाद किसी मंदिर या धार्मिक स्थान के पुजारी को चने की दाल दान करें.
अगर आपके घर में तनाव रहता है तो पीपल का एक पत्ता लें और उसे साफ पानी से धोकर साफ कपड़े से पोंछ लें. फिर एक कटोरी में थोड़ी सी हल्दी लें और उसे पानी की सहायता से घोल लें. इस हल्दी से पिंपल के पत्ते पर स्वस्तिक का चिन्ह बनाएं और इसे भगवान विष्णु के चरणों में अर्पित करें.
अगर आप सुंदर और स्वस्थ संतान चाहते हैं तो भगवान विष्णु की पूजा करें और पूजा के दौरान हल्दी की दो गांठें चढ़ाएं. पूजा के बाद हल्दी की एक गांठ अपने परिवार के पुजारी या किसी मंदिर के पुजारी को दें.
Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. ये जानकारी सामान्य रीतियों और मान्यताओं पर आधारित है.)
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इस नक्षत्र में जन्म लेने वाले लोग रेडियो जॉकी या फैशन डिजाइनर बनते हैं