डीएनए हिंदी: Navratri Shubh Yog after 30 Years- इस साल 26 सितंबर से नवरात्रि शुरू हो रही है. इस साल नवरात्रि बहुत ही खास है क्योंकि ग्रहों का खास संयोग बनने जा रहा है. इन ग्रहों के हिसाब से राशियों पर भी प्रभाव पड़ेगा. ज्योतिषों के मुताबिक 30 साल बाद ऐसा योग बन रहा है. इस बार नवरात्रि में शनि और देवगुरु बृहस्पति ग्रह अपनी-अपनी राशि यानी मकर और मीन में रहेंगे, ऐसा संयोग 30 साल बाद बना है
इन दोनों ग्रहों के अपनी राशि में होने से राजनीति से जुड़े लोगों को बड़ा फायदा मिलेगा, इन्हें कोई बड़ा पद भी मिल सकता है,इसके अलावा ग्रहों के इस योग का सबसे ज्यादा फायदा मेष,वृषभ,कर्क,कन्या,वृश्चिक,मकर व कुंभ राशि वाले लोगों को होगा, इनकी आर्थिक स्थिति में सुधार होगा.
कलश स्थापना का मुहूर्त (Kalash Sthapana Shubh Muhurat)
इस साल कलश स्थापना का अमृत मुहूर्त सुबह 6.22 से 7.53 बजे तक रहेगा, शुभ मुहूर्त 9.23 से 10.53 व अभिजीत मुहूर्त 11.59 से 12.47 बजे तक रहेगा.
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ये हैं नवरात्रि की तिथियां
आश्विन प्रतिपदा तिथि आरंभ- 26 सितंबर 2022, 03.23 AM
आश्विन प्रतिपदा तिथि समापन - 27 सितम्बर 2022, 03.08 AM
नवरात्रि पर बन रहे हैं शुक्ल और ब्रह्म योग
नवरात्रि के पहले दिन यानी 26 सितंबर को शुक्ल योग सुबह 8 बजकर 06 मिनट तक रहेगा. इसके बाद ब्रह्म योग शुरू हो जाएगा. ज्योतिष शास्त्र की मान्यता के अनुसार, शुक्ल व ब्रह्म योग में पूजा करना शुभ और फलदायी होता है. देवी की पूजा और उपवास से असाध्य मनोकामनाएं पूरी हो सकती हैं
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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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30 सालों बाद बनेगा शनि-गुरु का ऐसा योग, मेष-कुंंभ सहित इन राशियों को होगा फायदा