डीएनए हिंदी: 2 Types of Vedic Puja- शारदीय नवरात्रि का पावन पर्व पूरे देश भर में बड़े ही उत्साह के साथ मनाया जा रहा है, घर, मंदिर और पंडालों में पूरे विधि-विधान से मां दुर्गा की पूजा-अर्चना व हवन-पूजन किया जा रहा है. नवरात्रि में मां भगवती की विशेष पूजा का विधान है. इस दौरान नौ दिनों तक मां दुर्गा के विभिन्न रूपों की पूजा होती है, जिसमें मां दुर्गा की वैदिक पूजा का विशेष महत्व है (Maa Durga Vedic Puja). ऐसे में हम आज आपको मां दुर्गा की उन दो पूजा विधियों के बारे में बताने जा रहे हैं, जो स्वयं मां भगवती ने पर्वतराज हिमालय को बताई थी. धार्मिक मान्यताओं व देवी भागवत पुराण में भी इस प्रसंग व विधि का उल्लेख मिलता है. आइए जानते हैं क्या है यह विधि? और क्या है इसका महत्व
वैदिक और तांत्रिक विधि उल्लेख
देवी भागवत पुराण में भगवती के अनेक रूपों, कथाओं, मंत्रों व पूजा विधियों का विस्तार से उल्लेख है. देवी भागवत पुराण में मां भगवती के पिता पर्वतराज हिमालय से वार्ता का एक प्रसंग है, जिसमें वह स्वयं अपनी भक्ति के प्रकार उन्हें बताती हैं. इस पुराण में देवी अपनी भक्ति के दो प्रकारों का वर्णन करती हैं. जिसमें पहला प्रकार वैदिकी और दूसरा तांत्रिकी है. देवी इनमें अंतर बताते हुए कहती हैं कि जिस पूजा में वैदिक मंत्रों के द्वारा अध्ययनशील पुरुष वेद के मंत्र का उच्चारण करते हैं वह वैदिकी पूजा है, वहीं अगर तंत्रोक्त मंत्रों से अगर पूजा की जाती है तो वह तांत्रिकी पूजा कहलाती है.
यह भी पढ़ें- क्या है दंतेश्वरी मंदिर की महिमा, इतिहास और परंपरा
वैदिक पूजा के भी होते हैं दो प्रकार
देवी पुराण में देवी भगवती ने वैदिक पूजा के भी दो प्रकार बताये हैं. जिसमें देवी कहती हैं कि पहले प्रकार की पूजा वह है जिसमें भक्त शांत होकर दंभ व अहंकार से को त्याग कर मेरी शरण में आ जाए और मेरे शक्ति स्वरूप का निरंतर पूजन, नमन, ध्यान, जप, यज्ञ और स्मरण करें और ध्यान योग, कर्म योग और भक्ति योग किसी भी तरह से मुझे निरंतर भजते रहें.
यह भी पढ़ें- महा अष्टमी के दिन बंगाल में क्यों खास होती है पूजा, क्या हैं नियम
वहीं दूसरे प्रकार में मूर्ति पूजा, वेदी, सूर्य अथवा चंद्रमा का मंडल, जल, बाणाकार चिह्न, यंत्र महान चित्रपट या ह्रदय रूपी कमल पर मेरा ध्यान करना साथ ही पूजन करना और देवी के सगुण रूप का ध्यान करना यह सभी दूसरे प्रकार के वैदिक पूजा में गिना जाता है.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर
- Log in to post comments
दो तरह की होती है मां जगदम्बा की वैदिक पूजा, पर्वतराज हिमालय से किया था जिक्र