डीएनए हिंदी: (Nag Panchami Kab H ) हिंदू धर्म में सावन मास बड़ा धार्मिक महत्व है. इस माह में भगवान शिव की पूजा की जाती है. इस बार सावन दो माह यानी 59 दिनों का है. शुक्ल पक्ष की पांचवीं तिथि को नाग पंचमी मनाई जाती है. इस दिन भगवान शिव के गलों में हार स्वरूप रहने वाले नाग देवता की पूजा अर्चना की जाती है. कुछ जगहों पर इस दिन सांप को दूध भी पिलाने की प्रथा है. साथ ही पूजा अर्चना की जाती है. इस बार नाग पंचमी आज 21 अगस्त दिन सोमवार को मनाई जाएगी. आइए जानते हैं नाग पंचमी पर शुभ योग, मुहूर्त, महत्व और पूजा विधि
नागपंचमी तिथि और शुभ मुहूर्त
इस साल नागपंचमी 21 अगस्त दिन सोमवार को मनाई जाएंगी. यह श्रावण मास की शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को मनाई जाती है. इस बार नाग पंचमी मनाने का शुभ मुहूर्त सुबह 12 बजकर 23 मिनट से रात 2 बजे तक रहेगा. इस समय में नाग देवता की पूजा करना शुभ देगा.
जानें नाग पंचमी की पूजा विधि
नाग पंचमी पर नाग देवा की पूजा की जाती है. इसके साथ ही वासुकि, तक्षक अनंत, पद्म, महापद्म, कुलीर, कर्कट और शंख को पूजा स्थान पर रखा जाता है. इसकी पूजा से एक दिन पहले चतुर्थी को भोजन कर लें. इसके साथ ही सुबह उठते ही स्नान आदि करके एक चौकी पर नाग देवता की तस्वीर रखें. यह न होने पर मिट्टी नाग देवता की प्रतिमा बना लें. अब नाग देवता पर हल्दी से तिलक कर, दूध, सिंदूर अक्षम और पुष्प अर्पित करें. इसके बाद आरती करें. साथ ही व्रत समापन के बाद भोजन करें.
ये है नागपंचमी का महत्व
नागपंचमी के दिन नागदेव की पूजा करने पर सांपों का भय दूर होता है, जिन लोगों की कुंडली में कालसर्प दोष होता है. उन्हें नागपंचमी पर व्रत और पूजन जरुर करना चाहिए. इसे उन्हें कालसर्प दोष से राहत मिल सकती है. मान जाता है कि इस दिन नागों पर दूध अभिषे करने से दैवीय कृपाएं प्राप्त होती है.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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आज नागपंचमी पर बन रहा ये शुभ योग, जानें शुभ मुहूर्त, पूजा विधि और महत्व