डीएनए हिंदीः राजस्थान सेलेब्रिटीज का वेडिंग डेस्टिनेशन बन चुका है और ये पहले से ही बेस्ट टूरिस्ट प्लेस में शुमार था लेकिन क्या आपको पता है कि ये राज्य आध्यात्मिक शांति का भी गढ़ है, यहां के कई मंदिर मनोकामना की पूर्ति के लिए प्रसिद्ध हैं. यहां आकर कई तरह के भय दूर होते हैं और आध्यात्मिक शांति की प्राप्ति होती है.
उत्तर पश्चिमी भारत में स्थित एक राज्य है, जो अपनी समृद्ध संस्कृति और उत्तम वास्तुकला के लिए लोकप्रिय है. ऐतिहासिक मंदिर राजस्थान की विरासत का एक महत्वपूर्ण पहलू हैं. ये मंदिर न केवल पूजा के स्थान हैं बल्कि महत्वपूर्ण पर्यटक आकर्षण भी हैं, तो चलिए कुछ प्रमुख मंदिरों के बारे में आपको बताएं.
Bhagyalakshmi Temple : इस मंदिर के नाम पर रखा जा सकता है Hyderabad का नया नाम, जानिए रोचक फ़ैक्ट्स
खाटू श्याम मंदिर
सींकर स्थित खाटू श्याम मंदिर का विश्व विख्यात मंदिर है. ये मंदिर करीब 1000 साल पुराना है जिसे 1720 में अभय सिंह जी द्वारा मंदिर का पुनर्निर्माण कराया गया था. इस मंदिर में भीम के पौत्र और घटोत्कच के तीनों पुत्रों में से ज्येष्ठ पुत्र बर्बरीक के सिर की पूजा होती है. जबकि बर्बरीक के धड़ की पूजा हरियाणा के हिसार जिले के एक छोटे से गांव स्याहड़वा में होती है. यहां आने से आपकी मनोकमना भी पूरी होती है और आध्यात्मिक शांति भी मिलेगी.
बुलेट बाबा मंदिर
राजस्थान में स्थित बुलेट बाबा मंदिर, एक पूजा स्थल है जहां भक्त मोटरसाइकिल से प्रार्थना करते हैं. यह मंदिर ठाकुर जोग सिंह राठौर के पुत्र ओम बन्ना को समर्पित है, जिनकी बाइक चलाते समय उसी स्थान पर एक सड़क दुर्घटना में मृत्यु हो गई थी. मंदिर के आगंतुक दुर्घटना में शामिल मोटरसाइकिल के प्रति अपना सम्मान व्यक्त करते हैं और कुछ सुरक्षित यात्रा के लिए प्रार्थना के रूप में अपने स्वयं के वाहनों के हॉर्न बजाते हैं.
ब्रह्मा मंदिर
पुष्कर झील के निकट स्थित ब्रह्मा मंदिर, भगवान ब्रह्मा को समर्पित एक पूजनीय पूजा स्थल है. लगभग 2000 साल पुराना माना जाने वाला यह मंदिर पुष्कर झील के पवित्र जल में पवित्र डुबकी लगाने के लिए दुनिया भर से भक्तों को आकर्षित करता है. विशेष रूप से, यह भगवान ब्रह्मा को समर्पित दुनिया का एकमात्र मंदिर है, जो इसे एक अद्वितीय और महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल बनाता है.
खाटू श्याम मंदिर का इतिहास भगवान श्रीकृष्ण से है जुड़ा, जानें शीश दानी की महिमा
करणी माता मंदिर
राजस्थान में एक और लोकप्रिय धार्मिक स्थल है, करणी माता मंदिर. इस मंदिर लगभग 20,000 चूहों का घर है, जो न केवल पूजनीय और पूजे जाते हैं, बल्कि भक्तों द्वारा चढ़ाए गए प्रसाद से भी खिलाए जाते हैं. मंदिर साल भर कई लोकप्रिय त्योहारों की मेजबानी करता है, जिनमें चैत्र, करणी माता मेला और अश्विन शुक्ल दशमी शामिल हैं.
अंबिका मंदिर
अंबिका माता देवी दुर्गा को समर्पित है. मुख्य रूप से देवी दुर्गा, लक्ष्मी और ब्राह्मणी को चित्रित करने वाली कई जटिल मूर्तियों की उपस्थिति के कारण अक्सर राजस्थान के खजुराहो के रूप में जाना जाता है, इसका निर्माण 961 ईस्वी में किया गया था.
मेहंदीपुर बालाजी मंदिर
करौली जिले में मेहंदीपुर बालाजी मंदिर स्थित है, जो भगवान हनुमान को समर्पित है. कई भक्तों का मानना है कि मंदिर में उपचार की असाधारण शक्तियां हैं और यह बुरी आत्माओं को भगाने में मददगार हैं. जो लोग यात्रा की योजना बना रहे हैं वे 6 अप्रैल को हुनमान जयंती पर यहां जरूर आएं. वास्तव में यहां आध्यात्मिक शांति का अनुभव होगा.
ये मंदिर न केवल देखने में आकर्षक हैं, बल्कि ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व के भी धनी हैं.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर.
- Log in to post comments
मेहंदीपुर बालाजी से लेकर खाटू श्याम और बुलेट बाबा तक, आध्यात्मिक शांति का केंद्र हैं राजस्थान के ये मंदिर