डीएनए हिंदीः इस साल माघ गुप्त नवरात्रि रविवार 22 जनवरी यानी आज से शुरू हो रही है. ज्योतिषाचार्य प्रीतिका मोजूमदार के अनुसार इस बार कलश स्थापना के समय अभिजीत मुहूर्त में सिद्धि योग बनेगा जो बहुत ही लाभकारी होगा और कार्य की सिद्धि का योग बनाएगा. गुप्त नवरात्रि की देवियां 10 महाविद्याएं हैं, जिनकी आराधना से सिद्धियां प्राप्त की जाती हैं.
गुप्त नवरात्रि को गुप्त साधना, तंत्र साधना और विद्याओं की सिद्धि के लिए महत्वपूर्ण मानी जाती है. बता दें कि माघ गुप्त नवरात्रि का प्रारंभ माघ शुक्ल प्रतिपदा से होता है. माघ गुप्त नवरात्रि के पहले दिन कलश स्थापना अभिजीत मुहूर्त में किया जाएगा. साल में चार नवरात्रि होती हैं, जिसमें दो गुप्त नवरात्रि और दो प्रकट नवरात्रि होती हैं. माघ और आषाढ़ माह में पड़ने वाली नवरात्रि गुप्त नवरात्रि होती हैं और जबकी चैत्र और आश्विन माह की शारदीय नवरात्रि प्रकट नवरात्रि होती है. देवी भागवत महापुराण में मां दुर्गा की पूजा के लिए इन चार नवरात्रियों का उल्लेख है.
तंत्र साधना के लिए गुप्त नवरात्रि बहुत महत्वपूर्ण मानी जाती हैं. नौ दिन तक अघोरी और तांत्रिक दुलर्भ सिद्धियां प्राप्त करने के लिए गोपनीय तरीके से इन दस शक्तियों की आराधना करते हैं. आइए जानते हैं नए साल 2023 में माघ गुप्त नवरात्रि की डेट, मुहूर्त और महत्व. इस साल माघ शुक्ल प्रतिपदा तिथि 22 जनवरी को और नवमी तिथि 30 जनवरी को है. हिंदू कैलेंडर के अनुसार, माघ गुप्त नवरात्रि विक्रम संवत्सर 2079 की आखिरी नवरात्रि है.
सिद्धि योग में माघ गुप्त नवरात्रि 2023 का प्रारंभ
इस साल 22 जनवरी को माघ गुप्त नवरात्रि का प्रारंभ सिद्धि योग में होगा. इस दिन सुबह 10:06 बजे तक वज्र योग है और उसके बाद से सिद्धि योग है, जो अलगे दिन सुबह 05:41 बजे तक है. ऐसे में माघ गुप्त नवरात्रि का कलश स्थापना सिद्धि योग में होगा. कलश स्थापना के समय अभिजीत मुहूर्त में सिद्धि योग के होने से कार्य की सिद्धि होती है.
माघ गुप्त नवरात्रि 2023 मुहूर्त (Magh Gupt Navratri 2023 Muhurat)
पंचांग के मुताबिक माघ माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि 22 जनवरी 2023 को सुबह 02 बजकर 22 मिनट पर आरंभ हो रही है और 22 जनवरी को ही रात 10 बजकर 27 मिनट पर इसकी समाप्ति है.
- घटस्थापना मुहूर्त - सुबह 10:04 - सुबह 10:51 (22 जनवरी 2023)
- घटस्थापना अभिजित मुहूर्त - दोपहर 12:17 - दोपहर 01:00 (22 जनवरी 2022)
माघ गुप्त नवरात्रि 2023 में करें गौरी तृतीया व्रत
माघ गुप्त नवरात्रि की गौरी तृतीया व्रत 24 जनवरी को है. इस दिन विवाहित महिलाओं और विवाह योग्य युवतियों को व्रत रखना चाहिए. गौरी तृतीया व्रत करने से अखंड सौभाग्य की प्राप्ति होती है, पति की आयु बढ़ती है. इसके अलावा मनचाहे जीवनसाथी की मनोकामना भी पूर्ण होती है. इस दिन माता पार्वती के गौरी स्वरूप की पूजा करते हैं.
माघ गुप्त नवरात्रि 2023 कैलेंडर
22 जनवरी: घटस्थापना, शैलपुत्री पूजा
23 जनवरी: ब्रह्मचारिणी पूजा
24 जनवरी: चन्द्रघण्टा पूजा
25 जनवरी: कूष्माण्डा पूजा
26 जनवरी: स्कन्दमाता पूजा
27 जनवरी: कात्यायनी पूजा
28 जनवरी: कालरात्रि पूजा
29 जनवरी: दुर्गा अष्टमी, महागौरी पूजा
30 जनवरी: सिद्धिदात्री पूजा, नवरात्रि पारण
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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आज से शुरू हो गई गुप्त नवरात्रि, तंत्र साधना के लिए हाेगा सिद्धि योग, नोट करें कलश स्थापना मुहूर्त