डीएनए हिंदी: Karwa Chauth Vrat Puja, Vidhi, Samagri, Vrat Katha, Moon Timing, Sanyog- आज के दिन पूरे देश में धूमधाम से करवा चौथ (Karwa Chauth Vrat) का त्योहार मनाया जा रहा है, विवाहित महिलाएं हों या फिर कई कुवांरी लड़कियों ने भी आज ये व्रत रखा है. पति की लंबी उम्र या अपने प्यार की मंगलकामना के लिए यह व्रत रखा जाता है. आज के दिन एक शुभ संयोग (Shubh Sanyog) भी बन रहा है, इसलिए इस दिन की खास एहमियत भी है. मान्‍यता है कि यह व्रत सुहागिन महिलाएं (Married women) रखें तो उन्‍हें अखंड सौभाग्‍य और सुखद दांपत्‍य जीवन का वरदान मिलता है.

यह व्रत कार्तिक मास के कृष्‍ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को रखा जाता है, जो आज है. सुबह सरगी के बाद कैसे व्रत की कथा सुनें, कैसे पूजा करें, शाम को चांद निकलने के बाद कैसे अर्घ्य दें और पूरे दिन कैसे व्रत का पालन करें, सब कुछ आपको यहां जानने को मिलेगा. 

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कैसे करें पूजा और व्रत का पारण (Vrat Puja, Vrat Paran)

पूरे दिन निर्जला व्रत रखने के बाद शाम को भी कथा सुन सकती हैं या फिर कई महिलाएं सुबह भी अपनी सास या भाभी से करवा माता की और साहुकार की कहानी सुन सकती हैं. हाथों में गेंहू लेकर और एक करवे में जल भरकर कहानी सुनी जाती है. शाम को उसी जल से चांद को देखकर अपने चारों ओर जला का छिड़काव करके एक गोला बनाया जाता है और फिर चांद को देखकर व्रत खोला जाता है, सबसे पहले महिलाएं वही पानी पीती हैं और फिर व्रत खोलकर पति के मुंह में कुछ मीठा देकर खुद भी खाती हैं. 

करवा चौथ पर बन रहा शुभ संयोग (Auspicious Yog on Karwa Chauth)

इस साल कार्तिक महीने के कृष्‍ण पक्ष की चतुर्थी यानी कि करवा चौथ 12 अक्‍टूबर की रात 2 बजे से प्रारंभ हो चुका है और 13 की मध्य रात्रि 03:09 बजे तक रहेगा. करवा चौथ का व्रत उदयातिथि के अनुसार 13 अक्‍टूबर को रखा जा रहा है. इस दिन शाम को 06:41 मिनट तक कृतिका नक्षत्र रहेगा फिर रोहिणी नक्षत्र शुरू होगा.करवा चौथ के दिन चंद्र देव की पूजा की जाती है और अर्ध्‍य दिया जाता है.करवा चौथ के दिन चंद्रमा अपनी उच्‍च राशि वृषभ में रहेंगे.चंद्रमा का उच्‍च राशि वृषभ में होना और रोहिनी नक्षत्र का होना बहुत ही शुभ होता है.इस समय में की गई पूजा बहुत शुभ फल देती है और व्रत भी फलदायी होता है. 

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करवा चौथ 2022 का शुभ मुहूर्त (Vrat Auspicious Timing and Muhurat)

करवा चौथ पर अमृत काल शाम 04 बजकर 08 मिनट से शाम 05 बजकर 50 मिनट तक रहेगा. इसके बाद अभिजीत मुहूर्त सुबह 11 बजकर 21 मिनट से दोपहर 12 बजकर 07 मिनट तक रहेगा. 

चांद की टाइमिंग 

करवा चौथ पर चंद्रमा की पूजा का विशेष महत्व है. इस साल करवा चौथ का चांद 13 अक्टूबर को रात 8 बजकर 19 मिनट पर निकलेगा. चंद्रमा की दिशा बहुत माइने रखती है,शाम को चांद देखकर ही व्रत खोला जाता है. 

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व्रत की सामग्री लिस्ट (Vrat Pujan Samagri)

इस व्रत में सुहाग की सभी निशानियां लगती हैं. जैसे चंदन,सिंदूर,मेहंदी,महावर,कंघा,बिंदी,चुनरी,चूड़ी,बिछुआ,मिट्टी का टोंटीदार करवा व ढक्कन, शहद,अगरबत्ती,पुष्प,कच्चा दूध,शक्कर,शुद्ध घी,दही,मिठाई,गंगाजल,अक्षत (चावल), दीपक,रुई,कपूर,गेहूं,शक्कर का बूरा,हल्दी,जल का लोटा,गौरी बनाने के लिए पीली मिट्टी,लकड़ी का आसन,चलनी, आठ पूरियों की अठावरी,हलुआ और दक्षिणा के लिए पैसे आदि. इन चीजों में से कुछ चीजें व्रत के लिए, कुछ चीजें पूजन के लिए लगती हैं. 

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इन बातों का रखें ध्यान (Tips to Remember during Vrat)

  • व्रती महिलाओं को काफी कुछ का ध्यान रखना होता है, वे पूरे दिन कैसे व्रत रखती हैं क्या सोचती हैं, ये बहुत माइने रखता है. 
  • इस दिन किस रंग की साड़ी पहननी चाहिए, क्या करना चाहिए, कैसे श्रृंगार होना चाहिए 
  • क्या खाना चाहिए, तामसिक भोजन बिल्कुल न खाएं, सात्विक भोजन खाएं 
  • करवा माता की पूजा के बाद गणेश की आराधना भी करें 

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Karwa chauth vrat today shubh sanyog pujan vidhi samagri moon timing vrat katha kaise khole vrat
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इस साल खास है करवा चौथ, शुभ संयोग, चांद का समय, व्रत कथा, कैसे खोलें व्रत
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इस साल खास है करवा चौथ व्रत, शुभ संयोग, चांद देखने का समय, व्रत कथा, पूजन विधि क्या