डीएनए हिंदी : इन दिनों मां काली विशेष चर्चा में हैं. बात दरअसल गुप्त नवरात्र 2022 से जुड़ी हुई नहीं है पर बहुत सारे लोग हिन्दू धर्म की इस देवी के बारे में बात कर रहे हैं. कुछ दिनों पहले तमिल डॉक्यूमेंट्री फिल्ममेकर लीना मणिमेकलई ने अपनी फिल्म का एक पोस्टर ज़ारी किया था जिसमें उन्होंने LGBTQ फ्लैग के बैकड्रॉप में देवी काली की सिगरेट पीती हुई तस्वीर का पोस्टर (Kali Poster Row) ज़ारी किया है. इस पोस्टर के ज़ारी होते ही हंगामा मच गया है. लोग इसे हिन्दू आस्था पर प्रहार की तरह ले रहे हैं. इन विवादों से परे आइए जानते हैं कौन हैं देवी काली और क्यों उन्हें हिन्दू धर्म में अन्य देवियों से अलग दर्जा हासिल है.
कैसे पैदा हुईं Goddess Kali ?
काली के जन्म की कहानी दुर्गा या पार्वती की उपस्थिति से जुड़ी है. माना जाता है कि शिव की पत्नी पार्वती एक बार बुरी शक्तियों के साथ युद्ध कर रही थीं. उन शक्तियों से लड़ते हुए पार्वती क्रोध आ गया और गुस्सेें में उनकी जो छवि उत्पन्न हुई वह काली कहलाई.
काली विनाश की देवी के तौर पर पैदा हुई थीं. युद्ध करते हुए वे दुश्मनों का रक्तपान करती जा रही थीं इसलिए काली के होठों को खून से रत दिखाया जाता है.\
यह भी पढ़ें- सावन के महीने में शिव को ना करें नाराज, जानिए उन्हें प्रसन्न करने के उपाय
क्यों हैं काली अन्य देवियों से अलग
काली (Goddess Kali) को अन्य देवियों से अलग माना जाता है क्योंकि अन्य देवियों की तरह काली केवल संरचनात्मकता की बात नहीं करती हैं बल्कि काली संहार को सामने रखती हैं. उन्होंने भीषण रूप अख़्तियार किया हुआ है, नग्न रूप में राख लपेटे हुए हैं और अपनी उन्मत्त अवस्था में भी शिव के प्रति अपने प्रेम को लेकर जागृत हैं.
काली को प्रकृति का सबसे मौलिक रूप बताया जाता है. आम दैविक सौंदर्य से परे वे दूसरे पक्ष को उभारती हैं साथ ही मनुष्य के सबसे गहरे डर को भी पहचानती हैं. काली पोस्टर रो(Kali Poster Row) में काली के इसी पक्ष पर फोकस किया गया है.
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों पर अलग नज़रिया, फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर.
- Log in to post comments
Kaali Poster Row : जानिए कौन हैं हिंदू धर्म की देवी काली जिनकी तस्वीर बिगाड़ने का फिल्ममेकर पर आरोप?