डीएनए हिंदी: पति और पत्नी का रिश्ता बहुत ही खास होता है. शादी-विवाह के जरिए ही हमारा समाज आगे बढ़ता है. शादी विवाह और पति-पत्नी के संतान उत्पत्ति (Wife And Husband Relation On These Days) के बिना समाज की कल्पना भी नहीं की जा सकती है. संतान उत्पत्ति के लिए पति-पत्नी के बीच संबंध (Wife Husband Relation) बनना जरूरी होता है.

ज्योतिष शास्त्र (Jyotish Shastra) और धर्म ग्रंथों में कई ऐसी तिथि और दिन बताएं गए है जिस दिन पति पत्नी का संबंध बनाना अशुभ (Wife Husband Relation Inauspicious On These Days) होता है. इन तिथियों पर संबंध बनाने से संतान के जीवन गुणों और सेहत पर असर पड़ सकता है. इतना ही नहीं इससे लोक-परलोक भी प्रभावित होते हैं. व्यक्ति को इन खास तिथियों पर संबंध बनाने से बचना चाहिए. 

पूर्णिमा और अमावस्या पर न बनाएं संबंध (Never Make Relation On Amavasya And Purnima)
पति पत्नी को किसी भी माह की पूर्णिमा और अमावस्या को शारीरिक संबंध नहीं बनाना चाहिए. इन तिथियों पर उन्हें एक-दूसरे से अलग रहना चाहिए और संबंध बनाने से बचना चाहिए. इन दिनों नकारात्मक शक्तियां अधिक प्रबल होती है तो ऐसे में जीवन पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकते हैं और कुल को परेशानी हो सकती है. संतान के करियर पर भी इसका प्रभाव पड़ सकता है. 

चतुर्थी और अष्टमी को भी न बनाएं संबंध (Never Make Relation On Chaturthi And Ashtami Tithi)
पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, किसी भी माह की चतुर्थी और अष्टमी तिथि को पति पत्नी को शारीरिक संबंध नहीं बनाने चाहिए. रविवार के दिन भी संबंध बनाने से बचना चाहिए. अगर इन दिनों पर संबंध बनाते हैं तो इसका विपरित प्रभाव पड़ सकता है. संतान को भी कई तरह की समस्या हो सकती है. 

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संक्रांति पर संबंध बनाना होता है अशुभ (Never Make Relation During Sankranti)
सूर्य के राशि परिवर्तन को संक्रांति के नाम से जाना जाता है. आपको इस दिन संबंध नहीं बनाने चाहिए. संक्रांति पर स्नान और दान का विशेष महत्व होता है. इस दिन पति पत्नी के बीच दूरी रहनी चाहिए. ऐसा न करने पर रिश्ते पर नकाराकत्मक प्रभाव पड़ता है और जीवन में कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है. 

श्राद्ध के दौरान संबंध न बनाएं (Never Make Relation During Sharad)
पितरों के श्राद्ध के लिए 15 दिनों का श्राद्ध पक्ष होता है इस दौरान पति पत्नी को संबंध नहीं बनाने चाहिए. ऐसी मान्यताएं है कि इस दौरान पितृ पृथ्वी लोक पर परिजनों के यहां आते हैं ऐसे में पितरों का शुद्ध तन, मन और कर्म के साथ श्राद्ध करना चाहिए. इस दौरान शारीरिक संबंध बनाने से पितर नाराज हो जाते हैं और घर की सुख-शांति भंग हो जाती है. 

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उपवास पर करें ब्रह्मचार्य का पालन (Follow Brahmacharya Durnig Fasting)
हिंदू धर्म में अनेकों व्रत रखे जाते हैं. ऐसे में आपको उपवास के दिन भी शुद्धता और साफ मन के साथ पूजा करनी चाहिए. ज्योतिष शास्त्रों के अनुसार, व्रत के दौरान व्रत करने वाले को ब्रह्मचर्य का पालन करना चाहिए. 

नवरात्रों के दौरान न बनाएं संबंध (Never Make Relation During Navratri)
हिंदू धर्म में नवरात्रि के दिन नौ देवियों की पूजा की जाती है. इस दौरान पूजा-पाठ और व्रत किया जाता है. भक्त इन नौ दिनों तक या प्रथम व अंतिम दिन व्रत रखते हैं. नवरात्रि के दौरान घर में पवित्र कलश की स्थापना की जाती है. शास्त्रों में नवरात्रि के दौरान पति पत्नी के संबंध बनाने पर निषेध है. ऐसा करने से देवी रूठ जाती है और पारिवारिक कलह शुरू हो जाती है. 

(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ से परामर्श करें.) 

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husband wife avoid 6 days physical relation according to astrology hindu mythology rule
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इन 6 दिनों में पति-पत्नी को भूलकर भी नहीं बनाना चाहिए संबंध
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इन 6 दिनों में पति-पत्नी को भूलकर भी नहीं बनाना चाहिए संबंध, बच्चे के दिमाग और सेहत पर होगा बुरा असर